भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि अजय सिंह नरसिंहपुर गए थे और उन्होंने कहा कि प्रहलाद पटेल कोयला मंत्री थे तब कोयला घोटाले में शामिल थे। इस बात पर किसी ने संज्ञान नहीं लिया, लेकिन वह वीडियो मैंने देखा, मेरे छोटे भाई ने उन्हें नोटिस जारी किया है।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस तथ्यों से कितने परे रहती है, यह बात अजय सिंह के बयान से साफ समझ आती है। उन्होंने कहा कि अजय सिंह के साथ में जो नाम जुड़ा है “राहुल”, मुझे लगता है कि उसी राहुल नाम का इफेक्ट है कि वे इस सीमा तक चले गए। 2005 से 2009 के बीच में जो कोयला घोटाला हुआ, उस पर कैग ने 2012 में सारी रिपोर्ट दी थी और जिस समय यह घोटाला हुआ उस समय मैं 2004 से लेकर 2014 तक सांसद भी नहीं था, मंत्री तो दूर की बात है। ऐसी अनर्गल बातें जो तथ्य से परे हैं। दूसरी बात यह भी है कि मैं नैतिक मूल्यों का सिर्फ मुंह जुबानी समर्थन नहीं करता। बल्कि मुझे गर्व है कि मेरे ऊपर या मेरे खानदान में किसी पर अभी तक आर्थिक आरोप नहीं लगे हैं। मैं यह मानता हूं कि राजनीति में नैतिक मूल्यों की इन बातों की चिंता करनी चाहिए।
भाजपा ने नहीं बांटी रेवड़ी-वहीं सुप्रीम कोर्ट के रेवड़ी को लेकर राज्य सरकार को दिए नोटिस पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि उच्चतम न्यायालय की तरफ से हुआ हस्तक्षेप स्वागत योग्य है। चुनावी राजनीति में जिस प्रकार से सरकारी धन के बारे में दुरूपयोग की चर्चाएं होती हैं उस पर एक विमर्श होना चाहिए। अगर न्यायपालिका इस संवाद को शुरू करती है तो आने वाले समय में भारत की अर्थव्यवस्था व उसके प्रगति की गति और बेहतर होगी।
वहीं उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार ने रेवड़ी नहीं बांट कर सामाजिक उत्थान किया है। उन्होंने कह कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार की लाड़ली लक्ष्मी, लाड़ली बहना योजना हो या केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना, शौचालय निर्माण हो या प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के माध्यम से सरकार ने महिला सशक्तिकरण के संकल्प को चरितार्थ किया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी हमारी सरकार की शौचालय निर्माण योजना और जल जीवन मिशन का असेसमेंट कर तारीफ की है। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार की सभी योजनाओं का सामाजिक प्रभाव है। सभी योजनाएं लोगों के कल्याण के लिए हैं, रेवड़ी बांटो योजनाएं नहीं हैं। भाजपा सरकार में कोई भी ऐसा वर्ग नहीं जो विकास से अछूता रहा हो, हर योजना का जमीन पर असर है। सरकार की इन योजनाओं का इंपेक्ट एसेसमेंट या थर्ड पार्टी एसेसमेंट कराने को भाजपा तैयार है। भाजपा सरकार की गरीब कल्याण की योजनाओं से जन सामान्य का जीवन स्तर सुधरा है। शौचालय बनने से स्वच्छता और स्वच्छता से स्वास्थ्य सुधरा है। उज्जवला योजना के माध्यम से घरेलू गैस कनेक्शन और सब्सिडी से महिलाओं को धुएं से निजात मिली है और उनके स्वास्थ्य सुधरा है।