यदि आप मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग के होटल या रेस्टोरेंट के साथ टूरिस्ट प्लेस की विजिट करते हैं तो आपको विभागीय कर्मियों का बदला चेहरा नजर आएगा। इतना ही नहीं, ऑफ्टर सर्विस विभाग निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों से फीडबैक लेने की प्रक्रिया भी शुरू कर चुका है। यही कारण है कि जबलपुर रीजन ने चालू वित्तीय वर्ष के पहले पांच माह में रिकार्ड कमाई की है।
आमतौर पर टूरिस्ट की शिकायत रहती थी कि पर्यटन विभाग के अधिकारी शासकीय रवैया नहीं छोड़ पा रहे हैं। इस तरह की शिकायतों के मद्देनजर ही विभाग के आला अधिकारियों ने जहां कर्मियों की परेड ली वहीं अब उन्हें प्रोफेशनल तौर तरीके सिखाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, प्रदेश के हरेक सेंटर में पहुंचने वाले टूरिस्ट से विभाग के प्रति उसके फीडबैक को लेने का काम शुरू कर दिया गया है। इसमें निजी कंपनियों की मदद ली जा रही है। एक आला अधिकारी के अनुसार फीडबैक में मिलने वाली खामियों को जहां हम दूर कर रहे हैं।
पर्यटन विभाग के सूत्र बताते हैं कि पिछले साल अप्रैल से अगस्त माह के बीच जबलपुर रीजन को 3.85 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था तो इस वर्ष में अप्रैल से अगस्त के बीच 5.43 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है। यानी राजस्व प्राप्ति में 41 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। इससे साफ है कि लोगों का रुझान पर्यटन विभाग की ओर बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि जबलपुर रीजन में जबलपुर, कान्हा किसली, बांधवगढ़, अमरकंटक, पेंच, कटनी, मंडला, रूखढ़, मुक्की, बरगी और डुमना शामिल हैं।
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पर्यटन विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक एमएन जमाली कहते हैं कि विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के व्यवहार में बदलाव आ रहा है। अब वे प्रोफेशनल तौर-तरीके अपना रहे हैं। जबलपुर रीजन में राजस्व का बढ़ना भी इस बात की ओर संकेत कर रहा है।
पर्यटन विभाग के बरगी में स्थित रेस्टोरेंट और क्रूज व मोटरबोट के प्रति पिछले साल की तुलना में इस बार ज्यादा लोग आकर्षित हुए। विभागीय सूत्रों के अनुसार, पिछले साल अप्रैल से अगस्त के बीच बरगी सेंटर को 23.82 लाख रुपए का राजस्व मिला था तो चालू वित्तीय वर्ष के अप्रैल से अगस्त माह के बीच 47.63 लाख रुपए का राजस्व मिला है। इससे उत्साहित विभाग ने बरगी में पदस्थ सभी 26 कर्मियों को एक हजार रुपए प्रत्येक की दर से नकद इनाम देने की घोषणा कर दी है।
इस संबंध में सांसद राकेश सिंह ने केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय के अतिरिक्त महानिदेशक देवेश चतुर्वेदी से दिल्ली कार्यालय में भेंट की। इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जबलपुर सहित महाकौशल क्षेत्र में पर्यटन विकास के लिए भेजे गए प्रस्ताव को जल्द स्वीकृति देने की मांग की।
सिंह ने कहा कि महाकौशल को स्पेशल पैकेज देने से अमरकंटक, मंडला, डिंडोरी, कटनी सहित समीप के टूरिस्ट प्लेसों का विकास होगा। इसके साथ ही युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और क्षेत्र में विकास की नई पहल होगी। इस प्रस्ताव में पर्यटक सूचना केन्द्र, मदन महल किला के विकास, संग्राम सागर, रानी दुर्गावती समाधि स्थल का विकास, बरगी में एडवेंचर्स स्पोर्ट्स केन्द्र का विकास, पायली का विकास, भेड़ाघाट मे पार्क एवं म्यूजिकल फाउंटेन सहित अन्य कार्य शामिल किए गए हैं।