मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी ने कहा कि हम शनिवार, रविवार और सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर में 5 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद कर रहे हैं, क्योंकि लोग भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेकर अपने नए साल की शुरुआत करना चाहते हैं। महाकालेश्वर देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर पवित्र शिप्रा नदी के किनारे स्थित है।
तिवारी ने कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु इस मंदिर में आते हैं। भक्तों को प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले 'बेसन के लड्डू' का उत्पादन दोगुना करने के लिए मंदिर प्रशासन दिन-रात काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को मंदिर में आसानी से प्रवेश और निकास मिले, इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को अपने जूते, मोबाइल, बैग आदि चीजें रखने की सुविधा देने के लिए मंदिर के बाहर काउंटर बढ़ा दिए गए हैं। भक्तों के लिए पेयजल और शौचालय की व्यवस्था भी की गई है। महाकालेश्वर मंदिर में तड़के 4 से सुबह 6 बजे तक भस्म आरती का आयोजन किया जाता है। मंदिर रात 10 बजे तक श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए खुला रहता है और पूजा के बाद रात को 11 बजे बंद हो जाता है।(भाषा)