आज भी जारी रहेगी कम्प्यूटर बाबा के खिलाफ कार्रवाई, जेल जाकर नहीं मिलेंगे दिग्विजय सिंह
सोमवार, 9 नवंबर 2020 (12:49 IST)
इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में 'कम्प्यूटर बाबा' के नाम से प्रसिद्ध नामदेवदास त्यागी के अवैध आश्रम को जमींदोज किए जाने के 1 दिन बाद आज सुबह प्रशासन ने उनके कब्जे से शासकीय जमीन मुक्त कराने का अभियान सिलसिलेवार जारी रखा है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार दल-बल के साथ यहां सुपर कॉरिडोर स्थित योजना क्रमांक 151, अम्बिकापुरी में कार्रवाई प्रारंभ की गई। प्रशासन ने योजना क्रमांक 151 की 20 हजार वर्गफीट बेशकीमती भूमि को रिक्त करा लिया है, वहीं अम्बिकापुरी में भी कार्रवाई की गई। इससे पहले रविवार को यहां प्रशासन ने 40 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैली जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया।
इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन को बाबा के कई बैंक खाते और यहां से विलासिता की कई वस्तुएं मिली हैं। इस मामले में भी पृथक से जांच की जा रही है। कम्प्यूटर बाबा पिछले कुछ सालों से राजनीतिक गतिविधियों के कारण चर्चा में रहे हैं। वे जहां तत्कालीन भाजपा सरकार से भी जुड़े रहे तो बाद में कांग्रेस से जुड़ गए। पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में भी वे राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त थे। वे राज्य में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारक थे।
जेल जाकर मुलाकात नहीं करेंगे दिग्विजय सिंह : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इंदौर के चर्चित कम्प्यूटर बाबा उर्फ नामदेवदास त्यागी से आज सोमवार को इंदौर जेल में जाकर मिलने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री सिंह के यहां स्थित कार्यालय की ओर से मुहैया कराई गई जानकारी के अनुसार सिंह के अचानक दिल्ली जाने के कार्यक्रम के कारण आज सोमवार का इंदौर प्रवास निरस्त किया गया है।
इसके पहले रविवार को सिंह के कार्यालय से ही जानकारी दी गई थी कि वे 9 नवंबर को भोपाल से इंदौर पहुंचकर दिन में लगभग 2 बजे सेंट्रल जेल इंदौर में बंद कम्प्यूटर बाबा से मुलाकात करेंगे।
समय-समय पर बयानों और कृत्यों के कारण सुर्खियों में रहने वाले कम्प्यूटर बाबा के रविवार को इंदौर में स्थित आश्रम को प्रशासन ने अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के तहत ढहा दिया। बाबा ने लगभग 40 एकड़ क्षेत्र में लगभग 80 करोड़ रुपयों की सरकारी भूमि पर कब्जा करके आश्रम बनाया था। रविवार को इस संपूर्ण भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया गया। इस क्षेत्र से प्रशासन को रायफल और अन्य सामग्री भी मिली है। इस सामग्री को कब्जे में लेकर मामलों की जांच की जा रही है। इस कार्रवाई के पहले ही शांति भंग करने की आशंका के चलते कम्प्यूटर बाबा समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
इंदौर से प्राप्त समाचार के अनुसार जिला प्रशासन ने कम्प्यूटर बाबा के सभी अवैध निर्माण और अन्य क्रियाकलापों की जानकारी जुटा ली है और इन सबके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में सोमवार सुबह इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) की योजना 151 में शामिल लगभग 5 करोड़ रुपए मूल्य की 20 हजार वर्गफीट जमीन से अतिक्रमण हटाया गया। प्रशासन आज सोमवार को ही बाबा के इंदौर में अंबिकापुरी एक्सटेंशन मंदिर क्षेत्र में पहुंचकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगा।
कम्प्यूटर बाबा ने अपने कथित राजनीतिक रसूख के चलते हाल के वर्षों में इंदौर जिले के अलावा राज्य में अनेक स्थानों पर इसी तरह आश्रम और अन्य स्थल बनाए हैं। बाबा के इन सभी ठिकानों की प्रशासनिक स्तर पर जांच करवाई जा रही है। इस बीच संत समुदाय से जुड़े अनेक साधुओं ने प्रशासन की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि कानून के ऊपर कोई नहीं हो सकता है। (वार्ता)