मंदसौर में राहुल गांधी की रैली के बाद से ही अमित शाह को समझ आ गया है कि इस बार मप्र में मुकाबला टक्कर का होना तय है। महंगाई, अपराध दर और किसान आक्रोश के अलावा भाजपा के कट्टर समर्थक व्यापारी वर्ग में भी जीएसटी से उपजा असंतोष कहीं न कहीं भाजपा के प्रति बढ़ती एंटीइनकंबेंसी को दर्शा रहा है।