भोपाल। अयोध्या में आज से भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरु हो गया है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य कार्यक्रम 22 जनवरी को होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित देश-दुनिया के चुनिंद आमंत्रित लोग शामिल होंगें।
भोपाल की 108 सदस्यीय डमरू टीम देश की पहली डमरू टीम है जो अयोध्या में अपनी प्रस्तुति देने जा रही है। डमरू टीम इससे पहले काशी के विश्वनाथ कॉरिडोर समारोह में अपनी प्रस्तुति दे चुकी है। 21 और 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देने के लिए टीम के सदस्य 19 जनवरी को भोपाल से रवाना होंगे। डमरू टीम 21 जनवरी को राम की पैड़ी पर अपनी पहली प्रस्तुति देगी। इसके साथ डमरू टीम तुलसी उद्यान, छोटी देवकाली, अशर्फी भवन रोड के तिराहे पर अपनी प्रस्तुति देने के साथ 22 जनवरी को राम जन्म भूमि पथ पर प्रस्तुति देगी।
बाबा बटेश्वर नाथ कीर्तिन समिति के सदस्य अर्जुन सोनी के मुताबिक राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से उनकी टीम को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में डमरू बजाने का निमंत्रण दिया गया है। 108 सदस्यीय डमरू टीम में 30 कलाकारों को डमरू और एक को श्रृंगी बजाने की महारत है, जबकि वाद्य यंत्रों में 35 शंख, 30 डमरू, 35 झांझ-मंजीरे, एक पुनेरी ढोल, 60 इंच का नगाड़ा, एक थाल घंटा, 4 छोटे ढोल, 4 डंडों में पिरोए 2000 हजार घुंघरू शामिल है।
6 साल पहले बनी 108 सदस्यीय डमरू टीम की खास बात यह है कि इस टीम में शामिल युवा एमबीए, इंजीनियरिंग और अन्य प्रोफेशनल फील्ड से जुड़े है। डमरू टीम के सदस्य अर्जुन सोनी के मुताबिक टीम में 12 कलाकार MBA, 25 इंजीनियर है। टीम में सबसे छोटे कलाकार की उम्र सिर्फ 14 साल है और सबसे ज्यादा उम्र का कलाकार 40 वर्ष का है।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में जाने से पहले टीम के सदस्य इन दिनों अभ्यास में जुटे हुए है। राजधानी के घोड़ा नक्कास स्थित साहू समाज धर्मशाला में टीम के 108 सदस्यी डमरू टीम अभ्यान में जुटी है। डमरू टीम रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए वाद्य यंत्रों से हंस रूपी पुष्पक विमान की झांकी भी तैयार कर रहे हैं। इसमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, छोटे भाई लक्ष्मण, माता सीता, सुग्रीव, जामवंत, विभीषण और हनुमानजी बैठे होंगे।