मध्यप्रदेश में ओवरब्रिज से लेकर सड़कें बांट रहीं मौत, बारिश में सुरंग वाली सड़क ने खोली भ्रष्टाचार की पोल

विशेष प्रतिनिधि

गुरुवार, 3 जुलाई 2025 (15:35 IST)
एमपी अजब है और यहां की सड़कें और पुल गजब है, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि इन दिनों मध्यप्रदेश अपनी सड़कों और अजीबो-गरीब पुल की डिजाइन को लेकर पूरे देश में सुर्खियों मे है। सड़कों और पुल के निर्माण में किस कदर भ्रष्टाचार और नियमों को दरकिनार किया जा रहा है, इसकी पोल सूबे में बारिश के पहले दौर ने खोल कर रखा दिया है। वहीं सड़क निर्माण की देश की सर्वोच्च एजेंसी के अफसरों की लापरवाही और अनदेखी सड़क पर चलने वालों को मौत बांट रही है।

ग्वालियर में 'सुरंग' वाली सड़क, खुली भ्रष्टाचार की पोल– बारिश का सीजन शुरु होते ही मध्यप्रदेश में सड़कों के निर्माण में किस कदर भष्टाचार हो रहा है इसकी पोल खुलना शुरु हो गई है। ग्वालियर में 18 करोड़ लागत से बनीं सड़क जिसका उद्घाटन महज 15 दिन पहले हुआ था वह 10 दिन में 10 बार धंस गई है। सड़क के निर्माण में इस कदर भष्टाचार हुआ है कि इसे अब सुरंग वाली सड़क कहा जाने लगा है। इतना ही नहीं भष्टाचार का यह पूरा खेल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के जयविलास पैलेस के पास वाली सड़क को बनाने में  किया गया।

दरअसल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल से गुजरने वाले एक नाले यानी स्ट्रोम वाटर ड्रेनेज पाइप लाइन को बायपास करने के लिए चेतकपुरी से फूलबाग तक मिलने के लिए पहले सड़कों की खुदाई की गई थी और फिर भ्रष्टाचार के चलते सब नियमों का दरकिनार करते हुए सड़क को समतल कर दिया गया था, जिसकी पोल पहली बारिश ने ही खोल दी और सड़क 10 दिन में 10 बार धंस चुकी है। 18 करोड़ की सड़न निर्माण में भ्रष्टाचार इस कदर किया गया है कि पहली बारिश में सड़क में ऐसे गड्डे नजर आ रहे है जैसे मानों सड़क में कोई सुरंग बना दी गई हो। पूरी सड़क पर 8 से 10 फीट गहरे गड्ढे नजर आ रहे है, सड़क की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर अब सड़क निर्माण की जांच के आदेश दे दिए गए है। ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि वह खुद मौके पर जाकर जांच करेंगे और अगर कोई गडबड़ी पाई जाती  हो जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

इंदौर से खंडवा तक मौत बंट रही NHAI की लापरवाही-पिछले दिनों देवास-इंदौर बायपास के निर्माण में नियमों के अनदेखी और अफसरों की लापरवाही से लगे भीषण जाम में 3 लोगों की मौत हो गई है। इस पूरी घटना में बायपास के निर्माण के  लिए बनाई गई सर्विस रोड का बदहाल होना और उसमें गड्ड़ों को होना बड़ा कारण रहा। अगर जाम में फंस कर तीन  लोगों  की  मौत नहीं होती तो न तो प्रशासन की नींद टूटती और न ही NHAI  के अफसरों को होश आता।  

वहीं ताजा मामला खंडवा में इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर निर्माणधीन ओवरबब्रिज पर अफसरों की लापरवाही से दो युवकों की मौत हो गई है। खंडवा के सनावद निवासी दो युव छापरा गांव जा  रहे थे तभी बासवा में निर्माणाधीन ओवरब्रिज जिस पर न बैरिकेडिंग थी और नहीं कोई बोर्ड जिससे दोनों युवक बाइक सहित ब्रिज से नीचे गिर गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

90 डिग्री टर्न वाले ओवरब्रिज पर उड़ा था माखौल-राजधानी भोपाल के ऐशबाग इलाके में ट्रैफिक समस्या से निपटने के लिए 18 करोड़ रुपए की लागत से बने आरओबी के टॉप हाईट पर 90 डिग्री के खतरनाक मोड़ को लेकर कई सवाल उठे थे। 10 साल से ज्यादा के इंतजार के बाद उद्घाटन को तैयार भोपाल का ऐशबाग आरओबी को 90  डिग्री का टर्न दे दिया गया है, जिससे ब्रिज पर आने के बाद वाहनों को लगभग 90 डिग्री पर मुड़ना पड़ता और इससे एक्सीडेंट होने का खतरा हो सकता था।

लगभग 18 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुए इस ब्रिज का शहर की बड़ी आबादी को लगभग 10 साल से इंतजार था। वहीं इसके निर्माण में भी करीब 2 साल लगे। ब्रिज पर चढ़ते हुए टॉप पर पहुंचने के बाद वाहन चालक को करीब 90 डिग्री मुड़ना पड़ता जो बड़े हादसों का कारण भी बन सकता है। अपनी अजीबोगरीब डिजाइन के  चलते सोशल मीडिया पर कई तरह के मीम्स वायरल हुए थे औऱ लोगों ने सरकारी सिस्टम को लेकर कई तरह-तरह के तंज कस थे। ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज को लेकर सरकार की जब जमकर किरकिरी हुई तो सरकार ने एक्शन लेते हुए 8 अफसरों को संस्पेंड कर दिया है वहीं अब नए सिरे ओवरब्रिज को रि डिजाइन किया जा रहा है।

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