मध्यप्रदेश में तेजी से फैल रही बर्ड फ्लू महामारी अब झाबुआ के मशूहर कड़कनाथ मुर्गो को भी अपनी चपेट में ले लिया है। झाबुआ जिले के ग्रांव रूंदीपाडा में कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू का वायरस H5N1 वायरस मिला है। प्रदेश में कड़कनाथ मुर्गो में पहली बार बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है। इससे पहले अब तक किसी पोल्ट्री में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई थी।
बताया जा रहा है कि जिस पोल्ट्री फार्म के कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है उस पोल्ट्री को मशूहर किक्रेटर महेंद्र सिंह धोनी ने कड़कनाथ मुर्गे के दो हजार चूजों का ऑर्डर दिया था। धोनी कड़कनाथ मुर्गे के पालन का बिजनेस शुरु करने जा रहे है। पोल्ट्री फॉर्म संचालक विनोद मेड़ा के मुताबिक पिछले पांच दिनों में उनके यहां बड़ी तदाद में मुर्गो और चूजों की मौत हो चुकी है।
कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद बर्डफ्लू एक्शन प्लान के मुताबिक एक किलोमीटर एरिया में स्थिति सभी मुर्गियों (कुक्कुट) का मार कर डिस्पोज (दफनाया) जा रहा है। इसके साथ ही उनके चारा-दाना, अण्डे आदि को नष्ट और प्रभावित स्थल को सेनिटाइज और डिसइन्फेक्ट भी किया जा रहा है। वहीं एक से नौ किलोमीटर की परिधि को सर्विलांस जोन मानते हुए सेम्पल कलेक्शन किया जायेगा। संक्रमित क्षेत्र में अगले 3 माह तक कुक्कुट और कुक्कुट उत्पाद की रिस्टाकिंग और कुक्कुट परिवहन पर प्रतिबंध रहेगा।
42 जिलों में पक्षियों की मौत- प्रदेश में अब तक 19 जिलों में बर्डफ्लू पाया गया है। इंदौर, मंदसौर, आगर, नीमच, देवास, उज्जैन, खण्डवा, खरगौन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, भोपाल, होशंगाबाद, अशोकनगर, दतिया और बड़वानी में बर्ड फ्लू के वायरस H5N8 की पुष्टि हुई है। प्रदेश के 42 जिलों से लगभग 2100 कौवों और जंगली पक्षियों की मौत की सूचना मिली है। विभिन्न जिलों से 386 सेम्पल राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल को भेजे गये हैं।