Gen Z protests in Nepal: नेपाल में तख्तापलट के पीछे यूं तो कई कहानियां सामने आ रही हैं, लेकिन एक नई कहानी वाकई चौंकाने वाली है। इस पूरे मामले में एक और नाम सामने आ रहा है। यह नाम है नेपाल के पूर्व राज परिवार के सदस्य 'युवराज' हृदयेन्द्र शाह का। हृदयेन्द्र का पूरा नाम हृदयेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव है। राजशाही के अंत से पहले, उन्हें 'नवयुवराज' की उपाधि मिली हुई थी।
लोग देखते हैं भावी नेता की छवि : हृदयेन्द्र ने हाल ही में जुमला जैसे दूरदराज के इलाकों में अपनी यात्राओं के वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए हैं। इन वीडियो में उन्हें आम लोगों के साथ घुलते-मिलते और बातचीत करते देखा गया है। उनके मिलनसार व्यवहार को जनता पसंद कर रही है और उन्हें एक जमीनी नेता के रूप में देखा जा रहा है।
क्या हुआ नेपाल में : नेपाल में फिलहाल राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है। देश में चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सोशल मीडिया पर सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों और व्यापक भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और खराब बुनियादी ढांचे के खिलाफ 'Gen-Z' (युवा पीढ़ी) के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के दौरान हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुई हैं।
मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता और सरकारों के लगातार बदलते रहने से परेशान होकर, कुछ लोग राजतंत्र की वापसी की मांग कर रहे हैं। वे मौजूदा व्यवस्था से निराश हैं और मानते हैं कि राजशाही की वापसी बेहतर विकल्प साबित हो सकती है। इस बीच, इन विरोध प्रदर्शनों से नेपाल की अर्थव्यवस्था, विशेषकर पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ है। महंगाई भी बढ़ रही है, जिससे आम जनता और भी परेशान है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala