जब न्याय के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं तो पीड़ित को कुछ ऐसा करना पड़ता है कि उसकी आवाज प्रशासन तक पहुंच सके। अपनी आवाज सुनाने के लिए शहीद भगत सिंह ने भी अंग्रेजों की असेंबली में बम गिराया था।
न्याय के लिए सुनवाई नहीं होने पर एक ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के उज्जैन में सामने आया है। जहां पीड़ितों ने बम तो नहीं गिराया, लेकिन अपनी आवाज को प्रशासन तक पहुंचाने के लिए बॉलीवुड की फिल्म अंधा कानून के एक गाने का सहारा लिया। जब इस गाने की आवाज प्रशासन तक पहुंची तो अधिकारी भी अपने कार्यालयों से बाहर आकर उसे सुनने लगे और उन्हें देखकर दंग रह गए।
क्या है मामला?
सुखराम ने स्थानीय मीडिया को बताया कि वह मजदूरी का कार्य करता है। गांव में उसकी दो बीघा जमीन है। आरोप है कि गांव के ही चार दबंगों ने मिलकर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है।
कितनी शिकायतें कीं, कुछ नहीं हुआ
सुखराम ने मीडिया को बताया कि इस मामले में कार्रवाई के लिए उन्होंने सीएम हेल्पलाइन में तकरीबन 5 बार शिकायतें की। लेकिन पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करने का बहाना बनाकर उन्हें थाने पर बुलवाया और यहां खुद उन्होंने सुखराम के मोबाइल से इन शिकायतों को बंद करवा दिया। सुखराम ने बताया कि इस बात की जानकारी मैंने अधिकारियों को ज्ञापन देकर दी। आरोप लगाया कि पुलिस सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें वापस लेने के लिए दबाव बना रही है।
थक-हार कर उन्हें यह अनोखा तरीका अपनाया, जिसमे उन्होंने टेप रिकॉर्डर पर अंधा कानून गाना बजाया और हाथ में तख्तियां लेकर जनसुनवाई में पहुंचे। उज्जैन की कोठी रोड से जब दोनों भाई बहन निकले तो हर कोई उन्हें देख रहा था और वीडियो बना रहा था। बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
edited by navin rangiyal