चंबल नदी के किनारे बसे भिंड जिले के अटेर क्षेत्र के 19 गांवों में बाढ़ के हालात हैं। अटेर किला के पीछे बने शासकीय महाविद्यालय में चंबल का पानी पहुंच गया है। अटेर से देवालय, खेराहट, मुकुटपुरा और चामुंडा मंदिर को जाने वाले रास्ते जलभराव के कारण बंद हो गए हैं।
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री एचएस शर्मा ने बताया कि सिंध नदी में मेहदा घाट का जलस्तर 3.70 मीटर पर पहुंच गया है, जो कि 24 घंटे पहले 1.80 मीटर पर चल रहा था। यह अभी खतरे के निशान से काफी नीचे हैं। सिंध नदी के किनारे बसे 33 गांव डूब क्षेत्र में आ गए हैं।
जिले के ग्रामीणों ने बताया कि इस साल बाजरा की फसल अच्छी होने की उम्मीद थी, लेकिन बाजरा की फसल पानी में डूबकर नष्ट हो गई है। ग्रामीणों ने बताया है कि प्रशासन ने बाढ़ राहत का पर्याप्त प्रबंध नहीं किए हैं।