महाकालेश्वर में भस्म आरती सशुल्क करने से होंगी बेहतर व्यवस्थाएं

रविवार, 26 मार्च 2017 (18:43 IST)
उज्जैन। देश के एकमात्र 12 ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख प्रसिद्ध भगवान महाकालेश्वर मंदिर में प्रति दिन तड़के होने वाली भस्म आरती को सशुल्क करने से श्रद्धालुओं को बेहतर व्यवस्था के साथ व्यवस्थित रूप से पास जारी किए जा सकेंगे।
 
मंदिर में वर्तमान में यह भी देखने में आ रहा है कि कई व्यक्ति भस्म आरती की बुकिंग करा देते हैं तथा बाद में दर्शन करने नहीं आते, इससे बुकिंग प्रक्रिया पर अनावश्यक व्यय होता है तथा दूसरे जो लोग भस्म आरती के दर्शन करना चाहते हैं, वे दर्शन से वंचित रह जाते हैं। ऑफलाइन बुकिंग पर लगाया गया 10 रुपए शुल्क नाममात्र का है, जो व्यवस्थाओं के लिए आवश्यक है।
 
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा भस्म आरती को सशुल्क किए जाने के निर्णय पर सिंहस्थ मेला प्राधिकरण अध्यक्ष दिवाकर नातू ने कहा है कि इस शुल्क से श्रद्धालुओं के लिए और अधिक अच्छी व्यवस्थाओं को अंजाम दिया जा सकेगा। श्रद्धालुओं के लिए प्रक्रिया व्यवस्था का यह शुल्क नाममात्र है और भगवान की सेवा के लिए है। 
 
इससे निश्चित रूप से भस्म आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को भी व्यवस्थित रूप से पास जारी किए जा सकेंगे और प्रतिदिन की अनुमतियां भी सुगमता से मिलेंगी। इच्छुक और भस्म आरती की चाह रखने वाले श्रद्धालु अनुमति से वंचित भी नहीं होंगे। शुल्क लगाने को मंदिर का घाटा पूरा करने के प्रयास के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
 
संत डॉ. अवधेशपुरी महाराज ने अपनी सहमति जताई और मंदिर के पुजारियों में पं. आशीष पुजारी, पं. प्रशांत पुजारी तथा पं. राजेश पुजारी आदि ने भी मंदिर समिति के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कलेक्टर संकेत भोंडवे को इस संबंध में एक ज्ञापन भी दिया जिसमें कहा गया है कि व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण की दृष्टि से मंदिर समिति का यह निर्णय स्वागत योग्य है।
 
पुजारियों ने ज्ञापन में अवगत कराया कि मंदिर प्रबंध समिति के द्वारा मंदिर परिसर में भस्म आरती परमिशन के लिए अलग-अलग 2 भस्म आरती काउंटर खोले गए हैं और इनकी व्यवस्था के लिए कई कर्मचारियों को लगाया गया है। भस्म आरती पर लगाया गया शुल्क वस्तुत: व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए है, जिसके चलते कोई भी व्यक्ति अनावश्यक रूप से भस्म आरती की बुकिंग नहीं करवाएगा। (वार्ता)

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