चित्रकूट धार्मिक स्थल ही नहीं, सनातन संस्कृति, सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना का है जीवंत केंद्र : CM मोहन यादव
रविवार, 6 अप्रैल 2025 (23:18 IST)
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि चित्रकूट केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, हमारी सनातन संस्कृति, सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना का जीवंत केंद्र है। डॉ. यादव ने आज श्रीराम प्राकट्य पर्व एवं चित्रकूट गौरव दिवस कार्यक्रम में दीपदान किया। उन्होंने मां मंदाकिनी की पूजा-अर्चना भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परमधाम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की तपोस्थली है, जहां भगवान श्रीराम, माता जानकी और भैया लखन के साथ सदा सर्वदा निवास करते हैं। रामनवमीं के दिन वे तपोभूमि चित्रकूट में आकर धन्य हो गए।
मुख्यमंत्री ने मंदाकिनी के तट पर भरत घाट में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आज का दिन सौभाग्यशाली है। आज पवित्र नौवीं तिथि है और कामतानाथ जी की नगरी चित्रकूट अपना गौरव दिवस मना रही है। चित्रकूट के घाटों पर असंख्य दीपदान की अलौकिक छटा दिख रही है। भरत घाट, कामदगिरि पर्वत, कामतानाथ स्वामी मंदिर के साथ चित्रकूट के सभी मंदिरों और घर-घर एवं गली, मोहल्लों, रास्तों में दीपमालाओं की अनुपम छटा देखते ही बन रही है। उन्होंने नगर वासियों को रामनवमीं एवं चित्रकूट गौरव दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी।
डॉ. यादव ने कहा कि चित्रकूट में सद्गुरु सेवा ट्रस्ट, दीनदयाल शोध संस्थान के द्वारा पीड़ित मानवता की सेवा के लिए नाना जी के संकल्पों को पूरा किए जाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 19 धार्मिक स्थलों में एक अप्रैल से शराबबंदी लागू कर दी गई है, जिससे हमारे देव स्थानों में विकृतियां न पनपें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास की ओर अग्रसर है। सर्वसम्मति से जो भी निर्णय हो रहे हैं उसे पूरा देश स्वीकार करता है।
उन्होंने कहा कि गरीब मुस्लिम भाई-बहनों के लिए संसद में चर्चा व विचार-विमर्श के बाद वक्फ संशोधन विधेयक को स्वीकृति मिली है जो हमारे लोकतंत्र की खूबी को दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी प्रदेशवासी त्यौहार में शुभ संकल्प लें और प्रदेश के विकास के लिए समवेत हों।
मुख्यमंत्री ने चित्रकूट के गौरव दिवस पर कलाकारों का सम्मान किया। कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अंग वस्त्रम पहनाकर स्वागत किया गया। सांसद सतना गणेश सिंह ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि यह परम सौभाग्य है कि चित्रकूट की पावन धरा में श्रीराम के प्राकट्य पर्व और चित्रकूट गौरव दिवस के आयोजन में मुख्यमंत्री का आगमन हुआ है।
गौरव दिवस पर मां मंदाकिनी के भरत घाट सहित चित्रकूट में 11 लाख दीपों से धर्मनगरी जगमगा उठी। इस अवसर पर रंगोली बनाकर लोगों ने अपने उत्साह का परिचय दिया। चित्रकूट गौरव दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में विदेशी पर्यटकों ने भी उत्साह से भाग लिया। कार्यक्रम में नगरीय विकास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, विधायक चित्रकूट सुरेंद्र सिंह गहरवार, डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन, पद्मश्री से सम्मानित बीके जैन, कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस, पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, प्रबल श्रीवास्तव सहित जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी तथा बड़ी संख्या में शहरवासी, श्रद्धालु व आमजन उपस्थित रहे।
श्रीराम प्राकट्य पर्व और चित्रकूट के गौरव दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में दो महिला रशियन पर्यटक नेली और नताल्या भी पहुंची। उन्होंने चित्रकूट की धर्मनगरी में आयोजित कार्यक्रम को भव्य और उत्साहजनक बताया। उन्होंने कहा कि चित्रकूट की धर्मनगरी में रामनवमीं के दिन यह आना सौभाग्यशाली रहा।
डॉ यादव ने चित्रकूट में भगवान कामतानाथ के प्राचीन मुखारबिंद के दर्शन कर आरती की। उन्होंने भगवान कामतानाथ से प्रदेश की सुख-समृद्धि और कल्याण की कामना की। इस अवसर पर नगरीय विकास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी सांसद गणेश सिंह, विधायक चित्रकूट सुरेंद्र सिंह गहरवार, डीआरई के संगठन सचिव अभय महाजन सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने चित्रकूट में कामतानाथ भगवान के प्राचीन मुखारविंद के दर्शन करने के बाद पूजन सामग्री दुकान में छात्रा मनोरमा से आत्मीयता से मिले। उनसे मिलकर मनोरमा खुशी से अभिभूत हो गई। डॉ. यादव ने मनोरमा से उसकी पढ़ाई के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वह स्कूल जाती है और खाली समय में पिताजी की दुकान में उनका हाथ बटाती हैं।