मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जब हमारे महान वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु ने इस बात को लंदन में रॉयल सोसायटी के सामने रखा, जब उन्होंने यंत्रों को उपयोग कर इस बात को दुनिया के सामने साबित किया, तो विद्वानों ने उनको सिर पर बैठा लिया। इसे लेकर जब पत्रकारों ने उनसे कहा कि आपने बहुत बड़ा काम किया है। आपका यहां सम्मान हुआ है, भारत में भी होगा। तो उन्होंने कहा कि भारत में कोई सम्मान नहीं होगा, क्योंकि वहां हर शख्स को पता है कि पौधों में प्राण होते हैं। आपको नहीं पता था, इसलिए बताने आया हूं। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि वैज्ञानिक बसु ने रेडियो तरंगों के बारे में भी दुनिया को जागरूक किया। उन्हें नोबल पुरस्कार मिलना चाहिए था। हमारी प्राचीन परंपरा में सबकुछ था। लेकिन, सारे शोध का श्रेय दुनिया के लोग ले गए। हम इसमें भी खुश हैं, क्योंकि हमारे प्राचीन ज्ञान की सिद्धी हो गई।