गौरतलब है मंगलवार को राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के संगठन सृजन कार्यक्रम में भाग लेने भोपाल पहुंचे थे इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर टिप्पणी की थी। इसको लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस की जड़ जमाने के लिए और कांग्रेस की ताकत के लिए, संगठन सृजन के लिए राहुल गांधी आये थे। लेकिन इस दौरान उन्होंने अपने और पार्टी के संस्कारों का अमर्यादित परिचय दिया है। उन्होंने राहुल गांधी के द्वारा जूते पहनकर पुष्पांजलि करने को लेकर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि ये बात किस तरह से बताएंगे कि भारतीय जड़ों से जुड़कर संस्कार कैसे होते हैं? अपने से बड़ों की पुष्पांजलि करना है तो जूते उतारना रहते हैं, विनम्रता से प्रणाम करना रहता है, फूल फेंकना नहीं पड़ता है। उसी प्रकार से भाषा पर भी नियंत्रण रखना पड़ता है। और इसीलिए जनता कांग्रेस को पसंद नहीं करती हैं।
देश के संस्कारों के खिलाफ बात करते हैं राहुल गांधी
डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बड़े दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मर्यादा छोड़कर के जिस भाव से बोलते है, वह न केवल उनकी इज्जत खराब करते हैं बल्कि पूरे देश की संस्कार के विरुद्ध बात करते हैं। पहले अपनी दादी के लिए जिस प्रकार से जूते पहन के फुल फेंक के जाते हैं उसी प्रकार से प्रधानमंत्री जी के लिए उन्होंने जो शब्द बोले हैं और जिस ढ़ग से उन्होंने ट्रम्प की बात की है यह उनका एक तरह से हल्कापन सबके सामने आता है। मैं कठु शब्दों निदा करता हूं और हमारे अपने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जिस प्रकार से देश ने देखा है और उनके नेतृत्व में सेना ने जिस प्रकार से पाकिस्तान की हालत खराब की दुनिया इस बात को मानती है। उनके सांसद दुनिया में जा कर के बात कर रहे हैं और वह नादान तरह की बात करके नेता प्रतिपक्ष के गरिमापूर्ण पद है मर्यादा को ताक पर रख रहे हैं।
राहुल गांधी कब मेच्योर होंगे
डॉ. यादव ने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस को कहां ले जाकर खड़ा करेंगे, उनके अपने व्यवहार बताते हैं की वो अब कब मेच्योर होंगे, कब परिपक्व होंगे और उनके साथ वाले तो ताली बजाते हैं ये बढ़ा दुर्भाग्य है। यह कांग्रेस ही जाने, यह उनका मामला है, पर मैं पुनः एक बार प्रधानमंत्री के बारे में बोले गए राहुल गांधी के वक्तव्य की कटु शब्दों में निंदा करता हूँ। और कांग्रेस संगठन और राहुल गांधी को इस मामले पर तुरंत माफी मांगना चाहिए।