Economy of Madhya Pradesh : भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की एक रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था का आकार 2047-48 तक 18 गुना बढ़कर 248.60 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच सकता है, जो फिलहाल 13.60 लाख करोड़ रुपए के स्तर पर है। सीआईआई ने सुझाया है कि अपनी क्षमता का अहसास करने के लिए राज्य को विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना चाहिए और औद्योगिक विस्तार को अपनी प्राथमिकताओं में रखना चाहिए। सीआईआई ने अपनी रिपोर्ट राजधानी भोपाल में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन इन्वेस्ट मध्यप्रदेश के दौरान जारी की है।
सीआईआई ने अपनी रिपोर्ट राजधानी भोपाल में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन इन्वेस्ट मध्यप्रदेश के दौरान जारी की है। सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार निवेश और विकास को गति देने के लिए समर्पित है और राज्य 2047-48 तक देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में अपना योगदान 4.60 प्रतिशत के मौजूदा स्तर से बढ़ाकर छह प्रतिशत करने की स्थिति में है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दीर्घ अवधि में वृद्धि को बरकरार रखने के लिए प्रदेश को अपनी अर्थव्यवस्था में विनिर्माण क्षेत्र की भागीदारी 7.20 फीसदी के वर्तमान स्तर से बढ़ाकर 2047 तक 22.20 प्रतिशत पर पहुंचानी होगी। रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि राज्य सरकार को परिवहन अवसंरचना, मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, हवाई माल परिवहन और विमानन संपर्क बढ़ाने सहित अवसंरचना विकास पर जोर देना चाहिए।
इसके मुताबिक, विशेष रूप से कपड़ा और खाद्य प्रसंस्करण जैसे अधिक रोजगार वाले क्षेत्रों के लिए कुशल कार्यबल की उपलब्धता को भी प्राथमिकता दी जानी चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया कि भूमि अधिग्रहण और पंजीकरण प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना भी महत्वपूर्ण है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour