शिवराज सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में तीखी नोकझोंक, व्हिप के बाद भी कमलनाथ की गैरमौजदूगी पर घिरी कांग्रेस

विकास सिंह

बुधवार, 21 दिसंबर 2022 (20:03 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी है। आज देर रात तक सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी रहने की संभावना है। वहीं अब तक अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोंक-झोंक देखने को मिली। कांग्रेस की ओर पेश अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कमलनाथ की गैरमौजदूगी का मुद्दा खूब उछला।

अविश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रदेश में खराब सड़क का मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अधिकारियों के गड्डे में दफना देने वाले और टांग देने वाले बयान का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री पर तंज कसा। इसके साथ नेता प्रतिपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस विधायकों के साथ भेदभाव और सरकार कार्यक्रम में दुव्यहार का मुद्दा भी उठाया। चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कोरोना काल में चिरायु अस्पातल को 70 करोड़ रूपए देने का मुदा उठाने के साथ महाकाल लोक में भष्टाचार का मुद्दा भी उठा।

अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार की तरफ से मोर्चा संभालते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इतिहास पुरुष बता दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में इतिहास बनाने का काम किया  है। चर्चा के दौरान नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए किसानों की कर्ज माफी, बेरोजगारों को 4 हजार भत्ता देने  के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात की तरह ही मध्यप्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का हाल होगा और कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष बनाने के लायक  भी नहीं रहेगी।

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस और कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि सिंधिया के चेहरा दिखा करके वोट मांगे थे और भांवरें बुड्डे आदमी से पढ़ा दी। तो फिर तो क्या था इस दिल के टुकड़े हजार हुए, कोई यहां गिरा, कोई वहां गिरा। परखच्चे उठ गए कांग्रेस सरकार के।

वहीं कांग्रेस की ओर से पेश अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सरकार पर सरकारी पैसों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि सरकारी पैसों का इस्तेमाल भाजपा कार्यालय में किए गए कार्यक्रम में किया गया। जीतू पटवारी के इस बयान पर सदन में सत्ता पक्ष की ओर से तगड़ा विरोध किया गया और राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया अपनी सीट से उठ खड़े हुए जिसके बाद आंसदी को दखल देना पड़ा। वहीं कांग्रेस विधायक तरूण भनोत ने रोजगार का मुद्दा उठाते हुए सरकारी दफ्तरों में खाली पदों को भरने का मुद्दा उठाया। इसके साथ जबलपुर में निजी अस्पताल में आग से मौत पर भी तरूण भनोत ने सरकार को जमकर घेरा।

वहीं दूसरी ओर सदन में कांग्रेस की ओऱ से पेश अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कमलनाथ की गैरमौजूदगी को भाजपा ने मुद्दा बनाया। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ की गैरमौजदूगी को मुद्दा बनाते हुए कहा कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव टांय-टांय फिस निकला। उन्होंने कहा कि सदन में अविश्वास प्रस्ताव के समय कमलनाथ का अनुपस्थित रहना यह बताता है कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह जी पर विश्वास नहीं है। कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव बिना तैयारी और तथ्यहीन था कांग्रेस ने सिर्फ हवा हवाई ही आरोप सरकार पर लगाए है। कमलनाथ बार-बार खुद के लंबे समय तक संसदीय कार्य का अनुभव होने की बात करते है। कांग्रेस को भी सोचना चाहिए की कमलनाथ जी क्यों सदन में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान नदारद रहे।

वहीं कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से फेल है। सदन में आज कांग्रेस की हालात खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली हालत रही। सदन में कांग्रेस को कुछ जनहित के मुद्दे उठाने थे जिससे प्रदेश की जनता का भी भला हो उन्होंने सिर्फ सदन का समय खराब करने का काम किया है।

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