राजपूत ने बताया कि परमानंद का ग्वालियर और जयपुर में भी इलाज कराया गया, इसके बाद उसे शिवपुरी जिला अस्पताल में लाया गया, जहां पर 25 दिसम्बर को उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इस मजदूर के परिजनों ने आठ नवंबर की हुई घटना के तुरंत बाद ही गोर्वधन पुलिस को शिकायत की थी, मगर दोनों पक्षों में राजीनामा होने की चर्चा चलने के कारण पुलिस ने कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की, इस बीच 25 दिसम्बर को परमानंद की मौत हो गई।