बैंक मैनेजर ने हाथ जोड़े, कहां से दूं रुपए...

बुधवार, 30 नवंबर 2016 (12:10 IST)
इंदौर। 1000 और 500 के नोट बंद करने का केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार का फैसला आम आदमी के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। अभी तक लाइन में खड़े होकर इस फैसले का समर्थन करने वाले लोग अब अपना धैर्य खोते जा रहे हैं, क्योंकि घंटों लाइन में खड़े होने के बाद भी उन्हें पैसा नहीं मिल पा रहा है। कई बार कैश काउंटर पर पहुंचकर उन्हें कहा जाता है कि पैसा खत्म हो गया है। 
 
मध्यप्रदेश की वाणिज्यिक राजधानी इंदौर का ऐसा ही एक वाकया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वे बैंक से रकम निकालने के लिए पहुंचे थे। पहले की तरह ही बैंक में लोगों की लाइन लगी हुई थी। तभी बैंक मैनेजर को हाथ जोड़े खड़े देखकर लोग चौंक गए।
 
उन्हें माजरा समझ में नहीं आया। मैनेजर ने बाद में बैंक आने वाले लोगों से हाथ जोड़कर लगभग गिड़गिड़ाने वाली मुद्रा में कहा कि मैं आपको पैसा देने में असमर्थ हूं। जो लोग लाइन में लगे हैं उन्हें ही पैसा मिल जाए तो बड़ी बात है। ऐसे में लोग बैंक मैनेजर से कहते भी तो क्या? लोग निराश होकर बैंक से बाहर आ गए। कुछ लोग तो नोटबंदी के फैसले पर मोदी सरकार को कोसते भी दिखे। यदि बैंकों का यही हाल रहा तो एक अच्छा फैसला आने वाले विधानसभा चुनावों में केन्द्र की भाजपा सरकार के लिए नकारात्मक साबित हो सकता है। 

पहले तो सरकारी बैंकों में ही हालत खराब थी पर अब निजी बैंकों में भी हालत खराब होती जा रही है। जैसे जैसे एक तारीख करीब आ रही है बैंकों में कतार भी बढ़ती जा रही है। उल्लेखनीय है कि देश में एक से 10 तारीख तक नौकरी पेशा लोगों को वेतन मिलता है। ऐसे में वेतन मिलने के साथ ही लोग बैंकों और एटीएम की ओर रुख करेंगे जिससे यह लाइनें और लंबी हो सकती है।  

वेबदुनिया पर पढ़ें