महू (मप्र)। मध्यप्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए हाल ही में पुलिस को लिखित शिकायत करने वाले वन विभाग ने डिप्टी रेंजर राम सुरेश दुबे का तबादला कर दिया गया है। इंदौर वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) डॉ. किरण बिसेन ने सोमवार को डिप्टी रेंजर राम सुरेश दुबे का तबादला बड़गोंदा से मानपुर उप रेंज कर दिया है।
हालांकि दुबे ने कहा कि उनका स्थानांतरण उन्हें लोकसेवक के रूप में ड्यूटी करते समय गलत काम के खिलाफ लड़ने से नहीं रोकेगा। उन्होंने कहा कि चाहे मेरी नौकरी ही क्यों न चली जाए, मैं सच के लिए लड़ना जारी रखूंगा। मैं अपनी बात से पीछे नहीं हटूंगा।
दुबे के तबादले के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मंत्री के खिलाफ कार्रवाई के बजाय सरकार ने एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी का तबादला कर डाला। इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता। सलूजा ने कहा कि मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए था लेकिन नहीं किया गया।
प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने इस मामले में जांच दल बनाने की घोषणा की थी और जल्दबाजी में मंत्री को क्लीनचिट दे दी थी। इससे सरकार की अवैध उत्खनन को लेकर नीति व नीयत स्पष्ट हो गई है। वहीं प्रदेश भाजपा सचिव व प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि यह पूरी तरह से प्रशासनिक फैसला है और संबंधित अधिकारी इसका जवाब दे सकते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर 11 जनवरी की शाम 6.30 बजे के आस-पास अपने करीब 20 कार्यकर्ताओं के साथ बड़गोंदा स्थित परिसर में आईं। मंत्री के साथ आए लोगों ने वन विभाग के कर्मचारियों को डराया-धमकाया और जब्त अर्थ मूविंग मशीन व ट्रैक्टर ट्रॉली जबरन छुड़ाकर ले गए। बड़गोंदा उस महू सीट का हिस्सा है जिसकी ठाकुर विधानसभा में नुमाइंदगी करती हैं। मंत्री उषा ठाकुर ने सभी आरोपों से इंकार किया था। (भाषा)