जब देवास सांसद पर भड़के मंत्री जीतू पटवारी,जमकर हुई कहासुनी

विशेष प्रतिनिधि

मंगलवार, 21 जनवरी 2020 (16:34 IST)
Jeetu Patwari
देवास में जिला योजना समिति की बैठक प्रभारी मंत्री जीतू पटवारी और स्थानीय सांसद महेंद सिंह सोलंकी आपस में भिड़ गए। बैठक शुरु होते ही भाजपा सांसद ने एक इंड्रस्टी की जांच का मुद्दा उठाया तो इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरु हो गई। मामूली कहासुनी से शुरु हुआ विवाद देखते ही देखते तू-तू- मैं-मैं में बदल गया। इस दौरान सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी और मंत्री जीतू पटवारी ने एक दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप भी लगाए। 
 
हंगामे के बाद मंत्री जीतू पटवारी ने स्थानीय सांसद पर अपना अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसको सही समय पर सबक सिखाना है। उन्होंने सांसद पर तंज कसते हुए कहा कि अगली बार तुम सांसद बन गए। इसका जवाब देते हुए महेंद्र सिंह सोलंकी ने पलटवार करते हुए कहा कि मेरा दावा है कि अगली बार तुम मंत्री नहीं बनोगे।

बैठक के दौरान सदन के अंदर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में तीखी नोंकझोंक हुई तो बाहर बड़ी संख्या कार्यकर्ता एकत्र होकर नारेबाजी करने लगे। जिसको देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात करना पड़ा।
 
बैठक के बाद मंत्री जीतू पटवारी ने सांसद पर आरोप लगाते हुए कहा कि बैठक में देरी से आने पर सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी अपने बैठने को लेकर विवाद करने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि लगातार तीन बैठक में सांसद विकास कार्यों की बात नहीं कर विवाद करने लगते है।

उन्होंने कहा कि कोई भी जन प्रतिनिधि है वह मर्यादा में बंधा होता है और सबको इसको पालन करना चाहिए। मंत्री जीतू पटवारी ने सांसद पर तू- तड़ाक करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनको मर्यादा में रहना चाहिए। 
 
वहीं स्थानीय सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला योजना समिति की बैठक में प्रोटोकॉल कर पालन नहीं किया जा रहा था और उनको पीछे की कुर्सी पर बैठाया जा रहा था।

सांसद ने कहा कि जब उन्होंने प्रोटोकॉल की बात की तो सारे कांग्रेस के सदस्य भड़क गए और मुझे भला बुरा कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि जानबूझकर भाजपा कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है और देवास की जनता के साथ अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बैठक के बाद उनको कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए जो लोकतंत्र में चुने हुए प्रतिनिधि का अपमान है।

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