भोपाल। आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उसके राजदार चेतन गौर और शरद जायसवाल पर अब ईडी ने अपना शिकंजा कस दिया है। आज ईडी ने तीनों को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया जहां कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया। इससे पहले ईडी ने न्यायिक हिरासत के दौरान तीन दिनों तक लगातार तीनों आरोपियों से पूछताछ कर चुकी है लेकिन अभी उसे कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है। आज ईडी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल की गिरफ्तारी की आधिकारिक सूचना दी। ईडी के मुताबिक तीनों की गिरफ्तारी प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट 2002 के तहत की गई है।
वहीं अब सात दिन की रिमांड अवधि के दौरान ईडी तीनों आरोपियों से भोपाल के मेंडोरी गांव से 54 किलो सोना लदी गाड़ी और 10 करोड़ से अधिक कैश के बारे में पूछताछ करेगी। गौरतलब है मेंडोरी कि जिस एसयूवी गाड़ी से 54 किलो सोना और 10 करोड़ बरामद हुआ है वहां सौरभ शर्मा के राजदार चेतन सिंह गौर के नाम पर रजिस्टर्ड है जो अब ईडी की गिरफ्त में है।
सौरभ शर्मा मूल रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला है, जबकि उसका दोस्त चेतन गौर भी ग्वालियर का ही रहने वाला है। ग्वालियर के आरटीओ नंबर से रजिस्टर्ड जिस इनोवा क्रिस्टा से 54 किलो सोना और 10 करोड़ नगद मिला था, उसका उपयोग सौरभ सिंह ही करता है, यह बात अब तक की पूछताछ में चेतन ने बताई है। गौरतलब है कि सौरभ शर्मा के साथ बतौर ड्राइवर का काम शुरू करने वाले चेतन सिंह आज सौरभ सिंह का सबसे बड़ा राजदार है और सौरभ के रियल एस्सटेट से जुड़े काम वहीं संभाल रहा है। परिवहन विभाग से लेकर कारोबार में चेतन सिंह ने जिम्मेदारी संभाल रखी थी। मूल रूप से ग्वालियर का रहने वाले चेतन सिंह करीब छह साल पहले ग्वालियर से भोपाल शिफ्ट हो गया था।
सात साल में करोड़ों की काली कमाई- आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा ने सात साल की नौकरी में करोड़ों की काली कमाई का साम्राज्य खड़ा किय़ा था। भोपाल में रहने वाले पूर्व ट्रांसपोर्ट कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के ठिकानों पर जब 17 दिसंबर को लोकायुक्त और इनकम टैक्स की टीम ने कार्रवाई की तो काली कमाई का जखीरा देखकर अधिकारियों के भी होश उड़ गए। अब तक की कार्रवाई में सौरभ शर्मा के ठिकानों से 3 करोड़ रुपए की नगदी,50 लाख रुपए का सोना,दो क्विटंल चांदी की सिल्ली, चांदी के 10 किलो जेवर मिले है। इसके साथ भोपाल में एक निर्माणाधीन बंगला और एक स्कूल , भोपाल, इंदौर और ग्वालियर शहरों में प्रॉपर्टी और घर में नोट गिनने की सात मशीन मिली। सौरभ शर्मा ने महज सात साल ही नौकरी में करोड़ों की काली कमाई का साम्राज्य खड़ा किया।