भोपाल। मध्यप्रदेश में पहले विधानसभा चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद भी पार्टी के दिग्गज नेताओं के बीच गुटबाजी खत्म नहीं होने के बाद अब पार्टी आलाकमान ने बड़ा बदलाव किया है। कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह को हटा दिया है, उनकी जगह अब राजस्थान के पूर्व मंत्री और सीनियर विधायक हरीश चौधरी मध्य प्रदेश कांग्रेस के नए प्रभारी बनाए गए हैं।
हरीश चौधरी राजस्थान में गहलोत सरकार में मंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में बाड़मेर जिले की बायतु विधानसभा क्षेत्र से विधायक है। वह 2009 से 2014 तक बाड़मेर-जैसलमेर से सांसद भी रहे हैं। हरीश चौधरी को गांधी परिवार का बेहद करीबी माना जाता है। वे इससे पूर्व पहले पंजाब कांग्रेस के प्रभारी भी रह चुके हैं। 2021 में एक व्यक्ति, एक पद के सिद्धांत का पालन करते हुए उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। 2014 से 2019 तक एआईसीसी के राष्ट्रीय सचिव के रूप में पार्टी संगठन में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।
अब तक कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रहे भंवर जितेंद्र सिंह की सक्रियता को लेकर लंबे समय से सवाल उठ रहे थे। वहीं वह असम के प्रभारी थे, जिसके चलते वह प्रदेश को समय नहीं दे पा रहे थे, जिसके कारण कांग्रेस में संगठन को लेकर कई निर्णय अधूरे थे। वहीं प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से भी भंवर जितेंद्र सिंह तालमेल नही बैठ पा रहे थे, और वह पार्टी के अंदर की गुटबाजी से काफी नाराज थे, जिसके चलते उन्होंने खुद भी पार्टी आलाकमान के सामने पद छोड़ने की इच्छा जताई थी।
वहीं जीतू पटवारी के नेतृत्व को लेकर भी पार्टी के अंदर लगातार सवाल उठते जा रहे है। मध्यप्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस का जमीन आंदोलन से दूरी बनाना और सरकार को ढुलमुल तरीके के घेरने के चलते पार्टी का कैडर कार्यकर्ता मायूस नजर आ रहा है। कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अजय सिंह और विवेक तन्खा जीतू पटवारी के नेतृत्व पर सवालिया निशाना उठा चुके है।