जानकारी के अनुसार दमोह जिले के खजरी मोहल्ला निवासी शंकर नायक को कैंसर से पीड़ित थे, जिनका मंगलवार को निधन हो गया। श्मशान घाट में अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी तभी लोगों ने मुर्दे में हरकत महसूस की। वहां मौजूद लोगों का दावा था कि मुर्दे की नब्ज चलने लगी थी। तत्काल 108 को कॉल किया गया और चिता पर ही डॉक्टर ने अवलोकन किया और फिर भी चिता से उठाकर जिला अस्पताल ले जाया गया।
जिला अस्पताल के चिकित्सक दीपक व्यास ने बताया कि दमोह में इस तरह की कोई पहली घटना नहीं है जब परिवार के लोग मरे हुए इंसान को जिंदा मानने पर अड़ गए हों। दरअसल, इस घटना में मृतक के शरीर के अंदर बनी गैस के कारण शरीर की हरकत हुई तो लोगों को ज़िंदा होने का अंदेशा हुआ और उसी हलचल को ही सबूत मानकर सनसनी फैला दी, जिसके चलते यह पूरा घटनाक्रम हुआ।