इंदौर में तूफान के बाद की शांति...

सोमवार, 5 जून 2017 (22:30 IST)
इंदौर। सोमवार की शाम मानों इंदौर में तूफान आया था, जिसने दशहरा मैदान पर तबाही मचाकर रख दी। शाम पांच बजे से यहां एक बहुत बड़ा आयोजन होने वाला था, जिसमें 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल हो रहे थे। प्रसंग था 'प्रणाम इंदौर' का जिसमें इंदौर नगर निगम उन सफाईकर्मियों का सम्मान करने जा रहा था, जिनके बूते शहर को देशभर में सफाई के मामले में पहला नंबर मिला था लेकिन धुंआधार बारिश ने सब बरबाद करके रख दिया...दशहरा मैदान पर आए इस तूफान के बाद की शांति का मंजर काफी भयावह लग रहा है...
जो जगह शहरभर में रावण दहन के लिए मशहूर थी, वह जगह अब भीषण तबाही के लिए याद की जाती रहेगी। लोहे से बने विशालकाय डोम का गिरना इस बात का प्रमाण है कि हवा का तेज रुख कितना भयानक रहा होगा। रात के 10 बज चुके थे और दशहरा मैदान पर जगह-जगह कीचड़ और गिरे हुए डोम की तबाही को देखने और उसका वीडियो उतारने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे थे।
इंदौर नगर निगम के आयुक्त मनीष सिंह मुस्तैदी के साथ डटे हुए हैं और पूरी व्यवस्था को दुरुस्त करने की जद्दोजहद करने के निर्देश दे रहे हैं। यहां पर जगह-जगह 6 हजार लोगों के भोजन की व्यवस्था में जुटाई गई खाद्य सामग्री भी बिखरी पड़ी है। रात तक लोगों के यहां आने का सिलसिला जारी था।
 
इस भीषण तूफान ने शहर के अन्य हिस्सों में क्या तबाही मचाई, उसकी रिपोर्ट आनी बाकी है लेकिन दशहरा मैदान पर जो देखने को मिल रहा है, वह रोंगटे खड़े करने वाला है। यदि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समय रहते डोम में लगे बिजली कनेक्शन को काटने के आदेश नहीं देते तो अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि यहां पर कितनी मौतें होतीं।
 
कार्यक्रम के लिए बनाया गया विशाल डोम तो गिरा ही साथ ही साथ भोजन के लिए बनाया गया डोम भी धराशायी हो गया। समाचार लिखे जाने तक 15 से 20 की संख्या में लोग घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री महापौर मालिनी गौड़ के साथ घायलों के हाल जानने के लिए अस्पताल भी पहुंचे। तूफान शांत हो गया लेकिन दशहरा मैदान पर पसरी शांति बेहद डरावनी लग रही है।
 
सनद रहे कि आज शाम दशहरा मैदान में नगर निगम ने 'प्रणाम इंदौर' कार्यक्रम आयोजित किया था। यह कार्यक्रम इंदौर को देश की सबसे 'क्लीन सिटी' का अवॉर्ड मिलने के बाद रखा गया था। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता का आभार जताने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री के अलावा केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और नगरीय प्रशासन मंत्री माया सिंह मौजूद थीं। कार्यक्रम के लिए नगर निगम ने विशाल पंडाल लगवाए थे।  
 
कार्यक्रम के दौरान जब महापौर मालिनी गौड़ स्वागत भाषण दे रहीं थी, तभी अचानक तेज आंधी और बारिश शुरू हो गई। देखते ही देखते पूरा पंडाल (डोम) जमींदोज हो गया। कार्यक्रम में 20 हजार से ज्यादा लोग मौजूद थे। पंडाल ढहते ही अफरातफरी मच गई। लोगों को परदे फाड़कर किसी तरह बाहर निकाला गया। (वेबदुनिया न्यूज)

वेबदुनिया पर पढ़ें