कमलनाथ कैबिनेट में महिला बाल विकास मंत्री और सिंधिया की कट्टर समर्थक इमरती देवी 'महाराज' को नई जिम्मेदारी मिलने पर खुश नहीं हैं। मीडिया से बात करते हुए इमरती देवी ने साफ कहा कि अगर जिम्मेदारी दी जानी चाहिए थी तो मध्य प्रदेश की दी जानी चाहिए, उधर कौन पूछेगा।
इमरती देवी ने कहा कि मैं इस पर कुछ भी नहीं बोल सकती, महाराज जानें और उनकी सरकार जानें, राहुल गांधी जी जानें, मैं तो इससे खुश नहीं हूं। काहे की जिम्मेदारी, जिम्मेदारी देना है तो मध्य प्रदेश की दें, तब जिम्मेदारी मानी जाएगी, कौन पूछ रहा है उधर।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार तय करने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को 6 सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। जिसके बाद सिंधिया जो मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, वे अब इस दौड़ से बाहर हो गए हैं, जिसके बाद उनके समर्थक नाराज हो गए हैं।
इस बीच ग्वालियर-चंबल के कई भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के कयासों को लेकर टीका-टिप्प्णी की। वहीं इस पूरे मुद्दे पर अब सिंधिया ने चुप्पी साध रखी है। वहीं अब जब कांग्रेस आलाकमान ने उनको एक तरह से मध्य प्रदेश की सियासत से दूर कर दिया है, तब उनके समर्थक बेचैन हो गए हैं।