भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में राज्यसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। राज्यसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही खेमों में उम्मीदवारों के नामों को लेकर अटकलें तेज है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भी राज्यसभा जाने की अटकलें लगाई जा रही है। राज्यसभा जाने की अटकलों के बीच कमलनाथ ने आज विधानसभा परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने इस संबंध में सोचा नहीं है और न ही इस विषय पर उनकी किसी से कोई चर्चा हुई है। गौरतलब है कमलनाथ पिछले दिनों दिल्ली में कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले थे और इसके बाद उनके राज्यसभा जाने की अटकलें तेज हो गई थी।
वहीं राज्यसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज कांग्रेस विधायकों का डिनर देने जा रहे है। आज विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे कमलनाथ से जब मीडिया ने इस बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वह हर सत्र में विधायकों को डिनर देते है और यह परंपरा बनी हुई थी, इस बार भी जब विधायकों ने डिनर के बारे में कहा तो उन्होंने सभी विधायकों को बुला लिया।
सोनिया गांधी को राज्यसभा भेजने की मांग-वहीं कमलनाथ को राज्यसभा भेजे जाने की अटकलों के बीच कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को मध्यप्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने की मांग भी उठ गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को मध्यप्रदेश से राज्यसभा भेजने का पत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिख दिया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि सोनिया गांधी कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता है, इसलिए हम चाहते है कि वह मध्यप्रदेश से राज्यसभा जाएं।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश से राज्यसभा चुनाव के लिए 5 सीटें रिक्त हो रही है, जिसमें नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। ऐसे में आज देर शाम तक भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का एलान कर सकती है।
क्या है राज्यसभा चुनाव का सियासी समीकऱण–मध्यप्रदेश में राज्यसभा की कुल 11 सीटें हैं, जिनमें से आठ सीटें भाजपा के पास और कांग्रेस वर्तमान में तीन सीटों पर काबिज है। प्रदेश की पांच राज्यसभा सीटों के मौजूदा सदस्यों केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री एल मुरूगन, कैलाश सोनी, अजय प्रताप सिंह और कांग्रेस के राजमणि पटेल का कार्यकाल 2 अप्रैल को खत्म हो रहा है।
मध्यप्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटों में से वर्तमान में भाजपा के पास 163 सीटें और कांग्रेस के पास 66 सीटें है। राज्यसभा चुनाव के एक सीट के लिए 38 विधानसभा सदस्यों का वोट चाहिए। ऐसे में वर्तमान सदस्य संख्या के मुताबिक भाजपा के खाते में 4 सीटें और कांग्रेस के खाते में 1 सीटें जाना तय माना जा रहा है।