यहां पिछले एक सप्ताह से पेयजल की आपूर्ति नहीं की जा रही। स्टेशन की टंकियों में पानी न होने के कारण सभी नल सूखे पड़े हैं, जिससे यात्री बूंद-बूंद पानी को तरसते फिर रहे हैं। आलम यह है कि लोगों को ढाबों से खुली बोतलों का पानी मुंहमांगी कीमतों में खरीदना पड़ रहा है।
आरोप है कि ठेकेदार और वेंडर की सेटिंग से रेलवे स्टेशन पर पानी की सप्लाई बंद कराई गई है, ताकि पानी से पैसा कमाकर बंदरबांट की जा सके। सभी जानते हैं कि खजुराहो रेलवे स्टेशन पर देशी-विदेशी पर्यटकों का आना-जाना होता है, बाबजूद इसके पेयजल की स्थिति बहुत खराब है। यहां तक कि पर्यटकों को शौचालय के लिए भी पानी खरीदना पड़ता है।
जानकारी के मुताबिक, स्टेशन पर पानी के स्रोत तो बहुत से हैं, लेकिन उनका उपयोग नहीं किया जा रहा। विश्व पटल पर खजुराहो की छवि बनाने में बहुत समय लगा, लेकिन वर्षों की इस छवि को बिगड़ने में पलभर का समय न लगेगा और यहां यही हो रहा है।