सूत्रों ने बताया कि मामला कोलारस थाना क्षेत्र के लुकवासा की आदिवासी बस्ती का है। आदिवासी समाज ने गांव में पूर्ण शराबबंदी का निर्णय लिया था। इसके बाद भी दो लोगों मनीराम और कल्लू आदिवासी ने शराब पी ली। इसे देखते हुए बुधवार को दोपहर आदिवासी समाज की बैठक आयोजित कर दोनों को उसमें बुलाया गया। वहां मौजूद महिलाओं ने नियम तोड़ने पर दोनों को पहले तो खरीखोटी सुनाई और बाद में दोनों का मुंडन कर दिया। दोनों व्यक्ति किसी तरह वहां से छूट कर भाग निकले।
बैठक में मौजूद महिलाएं इस बात पर जोर दे रहीं थीं कि नियम तोड़ने वालों को सजा देने पर ही पूर्ण शराबबंदी लागू हो सकेगी। मनीराम एवं कल्लू आदिवासी ने बताया कि उनके गांव में आदिवासी समाज में सभी ने मिलकर पूर्व में पूर्ण शराबबंदी का निर्णय लिया था। इसे पहली बार तोड़ने पर मुंडन करने और दूसरी बार फिर तोड़ने पर 12000 रुपए का जुर्माना लगाया जाना तय किया गया था। (वार्ता)