वर्ष 2018 के उत्तरार्ध में होने वाले तीन राज्यों- मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने ज्यादा से ज्यादा युवा पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने की रणनीति बनाई है। एक जानकारी के मुताबिक भाजपा अकेले मध्यप्रदेश में इन चुनावों के लिए 65 हजार से ज्यादा युवा संयोजकों की नियुक्ति पर विचार कर रही है।
पता चला है कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा इसी रणनीति पर काम कर सकती है। यहां भी युवा पदाधिकारियों को बूथ स्तर की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। यदि भाजपा इस रणनीति पर काम करती है तो निश्चित ही विधानसभा सभा चुनाव में उसको इसका लाभ मिलेगा क्योंकि युवाओं के बीच भाजपा का जनाधार अच्छा है। ऐसे में युवा पदाधिकारी युवा मतदाता को ज्यादा अच्छे से 'कनेक्ट' कर पाएंगे।