गांधी विचार मंच के संयोजक व पूर्व विधायक सत्यभानु चौहान ने बताया कि 30 जनवरी 1948 को बापू की हत्या के बाद उनकी अस्थियां मध्यप्रदेश के श्योपुर और राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले की सीमा स्थित रामेश्वर धाम चंबल, सीप और बनास नदियों के त्रिवेणी संगम पर डाली गई थीं। उसके बाद से स्वतंत्रता सेनानी और श्योपुर के पूर्व विधायक स्व. उदयभानु चौहान इस जगह पर हर वर्ष गांधीवादियों के साथ लंबे समय तक 12 फरवरी को ये आयोजन करते रहे।
उन्होंने बताया कि आयोजन इस बार लगभग 3,000 लोगों के भोज के साथ मनाया जाएगा। इस बार इस कार्यक्रम में एकता परिषद के संस्थापक व गांधीवादी पीवी राजगोपाल भी मौजूद रहेंगे। आयोजन में इस बार पहली बार कार्यक्रम के बारे में सुनकर महाराष्ट्र से भी गांधीवादियों का एक दल शामिल होगा जिसमें गांधी की विचारधारा से प्रभावित कुछ छात्र भी शामिल हैं।