देवास जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने मंगलवार को बताया कि 13 मई को नेमावर बस स्टैंड के पीछे रहने वाले मोहन लाल कास्ते की पत्नी ममता बाई कास्ते (45), बेटी रूपाली (21), दिव्या (14) और रवि ओसवाल की बेटी पूजा (15) एवं बेटा पवन (14) लापता हो गए थे। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में गुमशुदा रिपोर्ट दर्ज कर परिवार की तलाश सरगर्मी से कर रही थी।
शर्मा ने बताया कि मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली की नेमावर निवासी हुकुम सिंह चौहान के आत्माराम बाबा मेला मार्ग पर स्थित खेत में काम कर रहे व्यक्ति को इस संबंध में कुछ जानकारी है। पुलिस उसे थाने लाई और उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने खेत मालिक के पोते सुरेन्द्रसिंह चौहान और उसके छोटे भाई भूरू के बारे में जानकारी दी। पुलिस दोनों भाइयों को थाने लाई और कड़ाई से पूछताछ की तो वे टूट गए।
उन्होंने बताया कि इन दोनों भाइयों ने पूछताछ में बताया कि पांचों को मारकर उनकी लाश खुद के खेत में गड्ढा खोदकर गाड़ दिया था। शर्मा ने बताया कि दोनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी एवं नगर परिषद के सफाई कर्मियों की मदद से गड्ढे की मिट्टी निकाल कर पांचों के कंकाल बाहर निकाले गए।