मध्यप्रदेश से लगातार लड़कियां गायब हो रही हैं। खासतौर से इंदौर से हाल ही में दो लड़कियां गायब हुईं हैं। जिनका अब तक कोई अता- पता नहीं चल सका है। बता दें कि मध्यप्रदेश के रायसेन और इंदौर जिले की दो लड़कियां कई दिनों से लापता हैं।
कटनी की अर्चना तिवारी के इंदौर से लापता होने के बाद इसी महीने यह तीसरा मामला है, जब कोई लड़की लापता हुई है। हालांकि, अर्चना तिवारी लापता होने के करीब 13 दिनों बाद मिल गई थीं। अब रायसेन जिले की निकिता लोधी भी रहस्यमयी ढंग लापता हो गई हैं। जबकि इंदौर की श्रद्धा तिवारी भी करीब 5 दिनों से लापता हैं। दोनों युवतियों का कुछ पता नहीं चल सका है। दोनों जिलों की पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
ये है प्रदेश का आंकड़ा: बता दें कि मध्यप्रदेश में महिला और बाल अपराध से जुड़ा चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मध्यप्रदेश में 21 हजार 174 महिलाएं और 1954 बच्चियां भी गुमशुदा हैं। इन महिलाओं और बच्चियों को प्रदेश पुलिस पिछले एक महीने से इनकी तलाश में है। लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिल सका है। यह जानकारी प्रदेश सरकार ने विधानसभा में पूछे एक गए सवाल के लिखित जवाब में दी है।
मध्यप्रदेश में 1 हजार 954 बच्चियां भी गुमशुदा
मध्यप्रदेश में 21 हजार 174 महिलाएं गायब
इंदौर जिले से एक महीने में 150 से ज्यादा बच्चियां लापता
केस 01 : रायसेन की निकिता : रायसेन जिले के गैरतगंज निवासी निकिता लोधी 18 साल की हैं। वह 18 अगस्त को कॉलेज की फीस जमा करने घर से निकली थी, लेकिन तब से लौटी नहीं है। परिजनों ने रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों के यहां तलाश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो 19 अगस्त को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। 8 दिन बीत चुके हैं, लेकिन निकिता का कोई पता नहीं चल सका है। परिजन भोपाल और आसपास के शहरों में चप्पा-चप्पा छान रहे हैं। पुलिस भी मामले की गंभीरता को देखते हुए सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल CDR खंगाल रही है।
हैदराबाद में मिली लोकेशन : परिजनों के मुताबिक पुलिस ने निकिता की लोकेशन कभी पंजाब तो कभी हैदराबाद बताई है। इससे उनकी चिंता और भी बढ़ गई है। परिजन अब प्रदेश के डीजीपी और मुख्यमंत्री मोहन यादव से बेटी की तलाश की गुहार लगा रहे हैं। दूसरी तरफ पुलिस भी लगातार उसे ट्रेस करने की कोशिश कर रही है।
केस 02 : इंदौर की श्रद्धा तिवारी : इंदौर में BBA फाइनल ईयर की 21 साल की छात्रा श्रद्धा तिवारी 5 दिनों से लापता है। श्रद्धा लगभग 2 बजे अपने घर से निकली थी और इंदौर के लोटस चौराहे के पास से अचानक गायब हो गई। चौंकाने वाली बात यह है कि श्रद्धा अपना मोबाइल फोन घर पर ही छोड़ गई है, जिससे उसके बारे में कोई संपर्क या सुराग नहीं मिल पा रहा है।
पिता ने रखा बेटी के लिए इनाम : बताया जा रहा है कि श्रद्धा के घर में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद वह बाहर निकली थी। घटना के बाद से परिजन उसकी तलाश में दिन-रात जुटे हैं, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। घटना के बाद सामने आए कई सीसीटीवी फुटेज में श्रद्धा को अकेले जाते हुए देखा गया है, जिससे यह स्पष्ट है कि वह किसी के साथ जबरदस्ती नहीं गई थी। श्रद्धा के पिता अनिल तिवारी ने बेटी की जानकारी देने वाले को 51 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। उनका कहना है कि उन्हें अब भी उम्मीद है कि श्रद्धा सुरक्षित वापस लौटेगी।
13 दिन लापता होने के बाद मिली अर्चना : हाल ही में रक्षाबंधन के लिए अपने घर कटनी के लिए इंदौर से निकली अर्चना तिवारी 7-8 अगस्त की रात नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन से इटारसी स्टेशन पर लापता हो गई थी। वह 13वें दिन भारत-नेपाल बॉर्डर के पास उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में मिली थी। वह खुद ही घरवालों के छोड़ने के इरादे से दूर चली गई थी। जब वह पकड़ी गई तो उसने खुद ही जीआरपी को अपने गायब होने की वजह बताई थी।
महिलाओं के लापता होने के आंकड़े : बता दें कि प्रदेश में बच्चियों से ज्यादा गायब होने के आंकड़े महिलाओं के हैं। प्रदेश सरकार ने लिखित जवाब में बताया कि प्रदेश में 23 हजार 128 में से 21 हजार 174 महिलाएं गायब हुई हैं, बाकी 1954 बच्चियां हैं। यह तो वो जानकारी है जो दर्ज हो जाते हैं। कई मामले तो पुलिस दर्ज ही नहीं करती है।
प्रदेश के इन जिलों में सबसे लापता हुई बच्चियां : प्रदेश के रतलाम जिले में 178 बच्चियों को पुलिस लंबे समय से नहीं ढूंढ पाई है। इनमें से 124 बच्चियां तो पिछले 7 माह से लापता हैं। इंदौर जिले से 150 से ज्यादा बच्चियां लापता हैं, जिन्हें गायब हुए 1 माह और उससे भी ज्यादा समय हो गया है। सागर जिले से 124 बच्चियां को एक माह से ज्यादा समय होने के बाद भी नहीं खोजा जा सका। जबलपुर जिले में 100 से ज्यादा बच्चियां गायब हैं, जिन्हें एक माह से ज्यादा समय से पुलिस खोज रही है। भोपाल जिले में 69 बच्चियां एक माह से लेकर 7 माह तक के समय से गायब हैं। वहीं सतना से 68 बच्चियां गायब हैं।
क्या जवाब दिया सीएम यादव ने : मध्यप्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से लिखित जवाब में बताया गया कि प्रदेश में 1 जनवरी 2024 से 30 जून 2025 के दौरान प्रदेश में 18 हजार 776 बच्चियां गायब हुई थीं। इसमें से अधिकांश बच्चियों को बरामद किया गया है। हालांकि, अभी भी 1967 बच्च्यिां ऐसी हैं जो पिछले एक माह से गायब हैं।