भोपाल। कोरोना के चलते रद्द हुए एमपी बोर्ड के 12वीं के एग्जाम के बाद अगर कोई स्टूडेंट एग्जाम देना चाहेगा तो वह दे सकेगा। इस बात की जानकारी खुद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने देते हुए कहा कि प्रदेश की 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं नहीं होंगी लेकिन जो विद्यार्थी चाहेंगे बाद में परीक्षा दे सकेंगे, वहीं बोर्ड का रिजल्ट तैयार करने के लिए आंतरिक मूल्यांकन का काम वैज्ञानिक पद्धति से होगा तथा मंत्रियों का समूह विषय विशेषज्ञों से चर्चा कर इसकी प्रक्रिया के बारे में निर्णय लेगा।
UG-PG के एग्जाम ओपन बुक से : वहीं मध्यप्रदेश में यूजी पीजी के एग्जाम ओपन बुक प्रणाली से होंगे। इसमें निर्धारित तिथि व समय पर स्टूडेंट को ऑनलाइन प्रश्न पत्र प्राप्त होगा, जिसका उत्तर वह घर बैठे ही उत्तर पुस्तिका में लिखकर नजदीकी संग्रहण केंद्र में जमा करा देगा।
स्नातक (UG) तृतीय वर्ष एवं स्नातकोत्तर (PG) चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा जून में और स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं जुलाई में होंगी। प्रदेश के 8 विश्वविद्यालयों में स्नातक कक्षाओं में कुल 14 लाख 88 हजार 958 तथा स्नातकोत्तर कक्षाओं में 3 लाख 8 हजार 117 परीक्षार्थी हैं, वहीं तकनीकी शिक्षा विभाग की सभी परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी तथा ओपन बुक पद्धति पर आधारित होंगी।