उन्होंने छिंदवाड़ा में 'गोंड महासभा' को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कोई दुकानदार अच्छे पकोड़े नहीं बनाता है तो उसके पास ग्राहक नहीं आते हैं। ऐसा न सोचिए कि यह एक अच्छा रोजगार नहीं है। अगर वह शख्स अच्छे पकोड़े बनाता है तो अगले तीन साल में वह अपना रेस्ट्रां खोल सकता है और अगले 4-5-6 सालों में उसका अपना होटल भी खोल सकता है।