कमलनाथ ने मालवा और निमाड़ क्षेत्र को ज्यादा महत्व देते हुए 8 विधायकों को मंत्री बनाया है जबकि विंध्य क्षेत्र से दो ही विधायक मंत्री बनने में सफल रहे। इनमें एक निर्दलीय, तीन महिलाएं और एक मुस्लिम को मंत्री बनाया गया है। 15 विधायक ऐसे हैं, जो पहली बार मंत्री बने हैं, जबकि कांग्रेस से पहली बार विधायक बने 55 नए चेहरों में से किसी को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई।
सुरेन्द्रसिंह बघेल को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। बघेल धार जिले की कुक्षी सीट से विधायक बने हैं। इन्हें दिग्विजयसिंह का करीबी माना जाता है।