मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को यहां कहा कि नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए वर्तमान में चलाए जा रहे ‘नमामि देवी नर्मदे- सेवा यात्रा’ अभियान का 15 मई को अमरकंटक में समापन होने के बाद प्रदेश सरकार जनता की मदद से राज्य की अन्य नदियों जैसे शिप्रा, पार्वती, ताप्ती, तवा, बेतवा, चंबल एवं सिंध को स्वच्छ, निर्मल एवं अविरल करने के लिए ठीक ऐसा ही अभियान चलाएगी।
उन्होंने कहा कि लोगों ने शिप्रा नदी को पुनर्जीवित करने के लिए पहले ही अपनी इच्छा जाहिर कर दी है। इस नदी में उज्जैन सिंहस्थ (कुंभ) मेले के दौरान लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाने आते हैं। चौहान ने कहा कि इसके अलावा जब भी लोग अपने-अपने इलाके की नदियों को स्वच्छ, निर्मल एवं अविरल बनाने की मांग उठाएंगे, राज्य सरकार उनको पूरी सहायता देगी। उन्होंने कहा कि नदियों का संरक्षण बिना जनता के सहयोग एवं जागरूकता से हासिल नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए वर्तमान में चलाए जा रहे ‘नमामि देवी नर्मदे- सेवा यात्रा’ अभियान का 15 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में समापन होगा। मोदीजी उस दिन इस पवित्र नदी के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु चरणबद्ध तरीके से किए जाने वाले कार्यों का प्रारूप जारी करेंगे।
चौहान ने कहा कि समापन समारोह के बाद यात्रा समाप्त नहीं होगी। इसका नया आगाज होगा जिसके तहत 2 जुलाई को नर्मदा के दोनों तटों पर 5 किलोमीटर के दायरे में 6 करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पौधारोपण में रोपे गए पौधे सुरक्षित रहें, इसकी भी प्रभावी निगरानी की जाएगी।