पालकों का कहना है कि सामान्य ज्ञान के विषय में बच्चों से देश के महापुरुषों, वीरांगनाओं या किसी भी क्षेत्र में देश के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाली शख्सियत के बारे में पूछा जाता तो बात समझ में आती, लेकिन किसी फिल्मी कलाकार के बच्चे का नाम क्या है, यह जानना किसी विद्यार्थी के लिए क्यों जरूरी है। ऐसा सवाल कर स्कूल की पढ़ाई के स्तर को समझा जा सकता है।
पालकों में से कुछ ने तो यह तक कह दिया कि संबंधित अभिनेता और अभिनेत्री के पुत्र तैमूर का नाम काफी लोग जानते हैं और इतिहास में 'तैमूर' का नाम किस रूप में दर्ज है, इस तथ्य से भी काफी लोग अवगत होंगे। इस स्थिति में इस तरह का सवाल पूछकर स्कूल प्रबंधन क्या दर्शाना चाहता है, यह समझ से परे है।
जिला शिक्षा अधिकारी संजीव भालेराव ने बताया कि शिक्षा विभाग ने भी शिकायत को गंभीरता से लिया है और स्कूल को 1 दिन पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस मामले में स्कूल का जवाब आने के बाद विभाग अपना अगला कदम उठाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से मानते हैं कि ऐसे प्रश्न नहीं पूछे जाने चाहिए।