पुराने साल 2023 की विदाई और नए साल 2024 के स्वागत में देशभर से श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आएंगे। जो भी श्रद्धालु 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक भगवान महाकाल की भस्म आरती के दर्शन करना चाहते हैं, उन्हें मंदिर के प्रशासनिक कार्यालय के समीप स्थित भस्म आरती बुकिंग काउंटर से ऑफलाइन अनुमति प्राप्त करना होगी। यहां सीट फुल होने पर दर्शनार्थी चलायमान व्यवस्था से भस्म आरती के दर्शन कर सकते हैं।
महाकाल मंदिर में प्रतिदिन तड़के 4 से सुबह 6 बजे तक भगवान महाकाल की भस्म आरती होती है। 2 घंटे में भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन, श्रृंगार, भस्म अर्पण, भोग और आरती के बाद मंत्र पुष्पांजलि होती है। आरती की इस संपूर्ण प्रक्रिया के दर्शन के लिए मंदिर समिति प्रतिदिन 1,700 भक्तों को अनुमति जारी करती है।