अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अरुण कुमार तोमर ने बताया कि मंगलवार को पूरी सुरक्षा व्यवस्था एवं कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए मतदान संपन्न कराया जाएगा। मतदान केंद्रों पर केंद्रीय पुलिस बल की 84 कंपनियां तैनात की गई हैं। 2 हजार 500 एसएएफ के जवान, 10 हजार जिला पुलिस बल, 7 हजार होमगार्ड एवं 10 हजार विशेष पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं।
दिव्यांग मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट जारी किए गए हैं। उनके लिए मतदान केंद्रों पर सहायक एवं व्हील चेयर की भी व्यवस्था की गई है। उपनिर्वाचन में कुल 3 हजार 38 क्रिटिकल मतदान केंद्र एवं 358 वल्नरेबल हेमलेट्स चिन्हित किए गए हैं। मतदान केंद्रों पर नजर रखने, शांतिपूर्ण, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं सुरक्षित मतदान के लिए 250 उड़नदस्ते, 173 एसएसटी एवं 293 पुलिस के नाकों की व्यवस्था की गई है।
पुलिस द्वारा अब तक 1 हजार 493 अवैध हथियार जब्त किए गए हैं। 1 लाख 52 हजार से अधिक लाइसेंसी हथियार जमा कराए गए हैं। 8 हजार 730 गैर जमानती वॉरंट तामील कराए गए हैं, साथ ही 21 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध सामग्रियों एवं नकदी की जब्ती की गई है। आने-जाने वाले वाहनों की विशेष निगरानी रखी जा रही है।
राज्य में जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करैरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, ब्यावरा, आगर, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर और सुवासरास विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें से 16 सीट ग्वालियर चंबल अंचल से हैं।
कुल 28 सीटों में से 25 पर संबंधित विधायकों के त्यागपत्र और 3 अन्य पर संबंधित विधायकों के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। इन 28 सीटों में से 27 पर कांग्रेस का और एकमात्र आगर सीट पर भाजपा का कब्जा था। 230 सदस्यीय राज्य विधानसभा में वर्तमान में 201 विधायक हैं। इनमें से भाजपा के 107, कांग्रेस के 87, बसपा के 2, सपा का 1 और 4 निर्दलीय विधायक हैं। कुल 29 सीट रिक्त हैं जिनमें से 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। दमोह सीट हाल ही में कांग्रेस विधायक राहुल सिंह के हाल ही में विधायक पद से त्यागपत्र देने के कारण रिक्त हुई है। (वार्ता)