श्री महाकाल लोक के लोकार्पण का पूरा कार्यक्रम, 899 मंदिरों में लाइव प्रसारण, 50 देशों के महाकाल भक्त भी बनेंगे कार्यक्रम के साक्षी

विकास सिंह

सोमवार, 10 अक्टूबर 2022 (17:45 IST)
श्री महाकाल लोक के लोकार्पण की भव्य तैयारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम को करेंगे लोकार्पण
सभा स्थल को शिवमय थीम पर सजाया गया
प्रदेश के 899 मंदिरों में लाइव प्रसारण
50 देशों के महाकाल भक्त भी बनेंगे कार्यक्रम के साक्षी

बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के लिए पूरी तरह सजकर शिवमय नजर आ रही है। 351 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुए भव्य श्री महाकाल लोक के पहले चरण का लोकार्पण करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन आ रहे है। अब तक के तय कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 05.30 बजे उज्जैन पहुंचेंगे। उज्जैन पहुंचने पर प्रधानमंत्री पहले महाकाल बाबा के गर्भगृह में पूजन अर्चना करेंगे। प्रधानमंत्री करीब 40 मिनट तक महाकालेश्वर मंदिर में रहेंगे। इसके बाद शाम 06.25 मिनट पर प्रधानमंत्री महाकाल प्रोजेक्ट के नंदी द्धार पहुंचेगे। प्रधानमंत्री महाकाल लोक का लोकार्पण और अवलोकन करेंगे। महाकाल मंदिर से शाम 07.10 बजे प्रधानमंत्री कार्तिक मेला ग्राउंड में पहुंचेगे। कार्तिक मेला ग्राउंड उज्जैन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा होगी।

सभा स्थल को शिवमय थीम पर सजाया गया-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभा-स्थल को शिवमय थीम पर सजाया गया है। कार्यक्रम में गायक कैलाश खेर महाकाल स्तुति गान प्रस्तुत करेंगे। इसके साथ ही विशेष ध्वनि, प्रकाश एवं सुगंध के माध्यम से मंदिर के पवित्र वातावरण का निर्माण किया जाएगा। सभा स्थल संतों के बैठने के लिए मंच की व्यवस्था की गई है। इसके साथ उज्जैन एवं इंदौर संभाग के हर जिले से विभिन्न समाज और संस्थाओं के अध्यक्ष, पार्षद, सरपंच, तड़वी, पटेल, पुजारी आदि को लोकार्पण कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है, जो अपने-अपने क्षेत्र से जल लेकर आएंगे और उज्जैन रुद्रसागर में समर्पित करेंगे। उज्जैन में शिप्रा नदी के सभी घाटों पर लगभग एक लाख श्रद्धालु एलईडी स्क्रीन पर कार्यक्रम देखेंगे। सभा स्थल पर 60 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

899 मंदिरों में पूजा-अर्चना का कार्यक्रम-महाकाल लोक परिसर के लोकार्पण के समय प्रदेशवासियों से अपने घर के बाहर दीपक जलाने का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपील की है। श्री महाकाल लोक के भव्य लोकार्पण कार्यक्रम का पूरे प्रदेश में लाइव प्रसारण किया जाएगा। इसके लिए विशेष तौर पर टीवी और स्क्रीन की व्यवस्था की गई है। लोकार्पण के समय पर ही प्रदेश के 899 बड़े मंदिरों में दीप प्रज्ज्वलन तथा भजन-पूजन के कार्यक्रम भी किए जाएंगे। प्रदेश के सभी बड़े शिव मंदिरों जैसे टीकमगढ़ का बांदकपुर मंदिर, छतरपुर का जटाशंकर मंदिर आदि स्थानों में सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। यहाँ बड़ी स्क्रीन लगाकर कार्यक्रम का प्रसारण होगा।

गांव-गांव होगा लाइव प्रसारण-गाँव-गाँव, शहर-शहर देवालयों में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होकर शिव भजन, पूजन, कीर्तन, अभिषेक, आरती करेंगे। गांव के किसी एक मंदिर में सभी ग्रामवासी एकत्रित होकर पूजन-पाठ-अनुष्ठान करेंगे। शंख-ध्वनि होगी, घंटे-घड़ियाल बजाए जाएंगे। मंदिरों, नदियों के तट तथा घर-घर दीपक जलाए जाएंगे। धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा भोजन-भंडारे होंगे। इसी प्रकार शहरी वार्डों के प्रमुख मंदिरों में भी धार्मिक-आयोजन होंगे। इन सभी स्थान पर भी एलईडी स्क्रीन पर कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की व्यवस्था रहेगी। प्रदेश के सभी शासकीय देव-स्थानों पर दीपमालाएँ जला कर रोशनी की जाएगी।

50 देशों के शिवभक्त बनेंगे कार्यक्रम के साक्षी-उज्जैन में होने वाले श्री महाकाल लोक के भव्य लोकार्पण कार्यक्रम का विदेशों में लाइव प्रसारण किया जाएगा। लाइव प्रसारण के लिए मध्यप्रदेश भाजपा की एनआरआई सेल ने लगभग 50 देशों में रहने वाले प्रदेश के नागरिक को श्री महाकाल लोक के लोकार्पण कार्यक्रम से सीधे जुड़ने का विशेष प्रबंध किए है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के मुताबिक विदेश में रहने वाले प्रदेश के एनआरआई कार्यक्रम से सीधे जुड़कर ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे।

श्री महाकाल लोक का भव्य स्वरूप-महाकवि कालिदास के महाकाव्य मेघदूत में महाकाल वन की परिकल्पना को जिस सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया था,सैकड़ों वर्षों के बाद उसे साकार रूप दे दिया गया है। महाकाल मंदिर के नवनिर्मित कॉरिडोर को 108 स्तंभ पर बनाया गया है और 910  मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा।  भारत माता मंदिर के पिछले हिस्से तक 25 फीट ऊंची और 500 मीटर लंबी लाल पत्थर की दीवार बनाई गई है जिस पर शिव महापुराण में उल्लेखित घटनाओं के चलचित्र बनाए गए हैं। कुछ चित्रों का संदर्भ नीचे संस्कृत में लिखा गया है। इसके अलावा दीवार के सामने लाल पत्थर से ही बने 108 आकर्षक स्थल स्थापित किए गए हैं। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक महाकाल प्रोजेक्ट पूरा होने पर हर घंटे करीब एक लाख श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। एक लाख लोगों की भीड़ होने पर श्रद्धालुओं को करीब 60 मिनट में दर्शन हो जाएंगे।
 

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