मौसम विभाग के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साह के मुताबिक 1980 से 2019 तक के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार साउथ वेस्ट मानूसन जून से सितंबर के बीच भोपाल में सर्वाधिक 1688.9 मिलीमीटर बारिश बुधवार दोपहर 2.30 बजे तक दर्ज की जा चुकी है। मौसम विभाग के मुताबिक इससे पहले सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड 2006 में दर्ज किया गया था जब भोपाल में एक सीजन में 1686.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी।
भोपाल में बारिश के रिकॉर्ड – राजधानी भोपाल में इस साल की बारिश ने 2006 का सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले 2006 में राजधानी में 168.40 सेमी बारिश दर्ज की गई थी। वहीं अगर राजधानी में बारिश के सबसे अधिक रिकॉर्ड की बात करे तो 1986 में 160.86 सेमी, 1996 में 155.65 सेमी और 2016 में 146.41 सेमी बारिश दर्ज की गई थी।
अभी बरिश से राहत नहीं – भोपाल में एक सीजन में इतिहास की सबसे अधिक बारिश के चलते राजधानी के लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। भोपाल के सभी डैम पूरी तरह भर चुके है और उनको खाली करने के लिए सभी डैमों के गेटों को कई बार प्रशासन को खोलना पड़ा है। बारिश के चलते भोपाल के निचले इलाकों में पानी भरने से बाढ़ के हालात पैदा हो गए थे। वहीं मौसम केंद्र की माने तो अभी भोपाल के लोगों को बारिश से राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है। आने वाले 24 घंटों में भोपाल गरज चमक के साथ तेज बारिश होने की संभावना है।
13 जिलों में ऑरेंज अलर्ट - भोपाल विभाग ने अभी आने वाले दिनों में फिर अच्छी बारिश की संभावना जताई है। आने वाले चौबीस घंटों में प्रदेश के पन्ना,सागर छतरपुर,दमोह, विदिशा, राजगढ़, रायसेन,रीवा,सतना नरसिंहपुर,हरदा, होशंगाबाद और खंडवा में भारी बारिश की संभावना को लेकर मौसम विभाग ने ऑरेज अलर्ट जारी किया है।