यह भविष्यवाणी की गई जावरा के पास ग्राम गोठड़ा के भैंसासरी माताजी मंदिर के चबूतरे से। पंडाजी नागूलाल द्वारा देश में वर्षभर में होने वाले घटनाक्रमों की इस भविष्यवाणी को सुनने के लिए रविवार को जनसैलाब उमड़ा। यहां हर साल चैत्र नवरात्रि में देवी पंचकुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया जाता है। उसके बाद भविष्यवाणी की जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां 110 वर्षों से भविष्यवाणी की जा रही है, जो लगभग सही होती आई है। भविष्यवाणी सुनने के लिए पूरे देश के लोग आते हैं।
चल समारोह में शामिल हुए श्रद्धालु : पं. शंकरलाल पौराणिक व पं. कपिल पौराणिक के सान्निध्य में यज्ञ की पूर्णाहुति हुई। माताजी के मंदिर से बाड़ी का चल समारोह निकाला, जो ग्राम के प्रमुख मार्गों से होकर मलेनी नदी के तट पहुंचा जहां भैंसासरी माताजी के चबूतरे से पंडाजी नागूलाल ने भविष्यवाणी की।