कान्हीवाड़ा पुलिस सूत्रों ने बताया कि मेहरापिपरिया गांव में रविवार देर शाम आपसी रंजिश के चलते दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। एक पक्ष के करीब 16 लोग हथियार से लैस होकर आए और दूसरे पक्ष के चार लोगों पर हमला कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया। घटना में एक पक्ष के चार लोगों को गंभीर चोटें आने के बाद इलाज के लिए नागपुर रेफर किया गया था, जिसमें से दो की रास्ते में ही मौत हो गई।
केवलारी अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अभिलाष धारू ने बताया कि रविवार शाम गांव के सरपंच अशोक पटले अपने भाई और आरएसएस के एक स्थानीय पदाधिकारी ज्ञानी पटले, साले राकेश पटले और एक अन्य व्यक्ति फूलसिंह टेंभरे के साथ बस स्टेंड गए थे। इसी दौरान एक संस्था का अध्यक्ष महानंद पटले अपने करीब 16 साथियों के साथ हथियारों के साथ वहां पहुंचा और चारों की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। बुरी तरह घायल करने के बाद महानंद पटले अपने साथियों के साथ फरार हो गया।
पुलिस ने चारों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चारों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें नागपुर रेफर कर दिया गया। नागपुर ले जाते समय रास्ते में ही अशोक व ज्ञानी पटले की मौत हो गई। दोनों का सुबह पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। पुलिस ने आरोपी महानंद पटले व अन्य 15 के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है। (वार्ता)