भगवान के जेवरातों में राधाकृष्ण का सफेद मोती वाला पंचगढ़ी हार, सात लड़ी हार, जिसमें 62 असली मोती और 55 पन्ने लगे हैं। इसके साथ राधा रानी के मुकुट में 16 ग्राम पन्ना रत्न लगे हुए हैं। भगवान के भोजन के लिए सोने, चांदी के प्राचीन बर्तन भी हैं। गोपाल मंदिर में स्थापित भगवान राधाकृष्ण की प्रतिमा को इन ज्वैलरी से सुसज्जित करने की परंपरा आजादी के पूर्व से चली आ रही है।