उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में वर्ष 2016 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियां शासन और प्रशासन के स्तर पर जोरों से जारी है। दुनिया के सबसे बड़े आयोजन के लिए 3400 एकड़ से ज्यादा जमीन अधिसूचित की गई है, वहीं इसके लिए बजट 2515 करोड़ का रखा गया है, जो पिछले बार की तुलना में 10 गुना से भी ज्यादा है। सुरक्षा व्यवस्था और समन्वय के आधुनिक तकनीक का भी बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा। इस महाकुंभ में करीब 5 करोड़ लोगों के शामिल होने की संभावना है।
सिंहस्थ में झोन क्रमांक 1 मंगलनाथ झोन रहेगा। इसके अंतर्गत तीन सेक्टर मंगलनाथ, खाकचौक व आगर रोड पर स्थापित होंगे। इसी तरह झोन क्रमांक 2 कालभैरव में गढ़कालिका, सिद्धवट तथा कालभैरव सेक्टर होंगे। झोन क्रमांक 3 महाकाल पर स्थापित होगा। इस झोन में लाल पुल, रामघाट, महाकाल, हरसिद्धि, नरसिंह घाट, गोपाल मंदिर एवं चिंतामन गणेश में सेक्टर बनाए जाएंगे। झोन क्रमांक 4 दत्त अखाड़ा क्षेत्र में रहेगा। इस झोन में भूखी माता, मुल्लापुरा, उजड़खेड़ा-1, उजड़खेड़ा-2, रणजीत हनुमान तथा दत्त अखाड़ा सेक्टर बनाए जाएंगे। झोन क्रमांक 5 चामुंडा माता पर रहेगा। इस झोन में फ्रीगंज सेक्टर रहेगा। झोन क्रमांक 6 त्रिवेणी क्षेत्र में रहेगा। इसमें त्रिवेणी और यंत्र महल सेक्टर शामिल रहेंगे।
सिंहस्थ में केवल सड़कों के निर्माण के लिए 362 करोड़ का व्यय किया जा रहा है। लगभग सौ नई सड़कें तैयार हो रही हैं, चार फोरलेन पूर्ण हो चुके हैं। इस बार प्रमुख रूप से इंजीनियरिंग कॉलेज रोड, एमआर 10, एमआर 5 को फोरलेन में तब्दील किया जा चुका है। इस पर सेंट्रल लाइटिंग भी लग गई है। ये मार्ग इनर रोड से जुड़ जाएंगे और सारा ट्रैफिक बाहर के बाहर बायपास हो जाएगा।
इस बार 177 करोड़ की लागत से चार रेलवे ब्रिज तथा शिप्रा नदी पर आठ ब्रिज बनाए जा रहे हैं। इससे आवागमन एवं शिप्रा नदी पर श्रद्धालुओं को इस पार से उस पार जाने में अधिक सुविधा होगी। उज्जैन शहर को स्थायी रूप से 12 संरचनाएं मिलने जा रही हैं, जो इससे पहले कभी नहीं बनी। पंचक्रोशी मार्ग का उन्नयन भी किया जा रहा है। पंचक्रोशी मार्ग के लिए 63 करोड़ 60 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं और इसका निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है।