मंदिर के सहायक प्रशासक आरके तिवारी ने बताया, जिला आपदा प्रबंधन समिति की शुक्रवार की बैठक में मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोलने का निर्णय लिया गया। मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा एक सप्ताह के अंदर इसकी रूपरेखा तय की जाएगी। मंदिर में प्रवेश करने वाले लोगों को कोविड-19 के दिशा निर्देशों के तहत सभी सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा।
उन्होंने बताया, भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना होता है। पंजीकरण के साथ श्रद्धालुओं को टीकाकरण प्रमाण पत्र समेत कोविड-19 की जांच रिपोर्ट देनी होगी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हो। तिवारी ने बताया कि जो श्रद्धालु अपनी जांच रिपोर्ट नहीं ला सकते हैं, उनकी तुरंत जांच करने के लिए यहां एक केन्द्र स्थापित किया जाएगा।
देश में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भी एक है। यहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। उज्जैन में शुक्रवार को कोविड-19 के आठ नए मामले आए, जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 18,843 हो गई है, जबकि संक्रमण से 171 लोगों की मौत हो चुकी है।(भाषा)