-कीर्ति राजेश चौरसिया
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त करके फूली नहीं समाती। स्वयं मुख्यमंत्री खुद को किसान कहते नहीं थकते। लेकिन इस पुरस्कार के लिए जिन किसानों का योगदान है, उन्हीं को सरकार के अधिकारी कुत्ता कहने में नहीं चूकते।
टीकमगढ़ जिले के जतारा में शासकीय पशु चिकित्सालय में तैनात डॉ. अजय सचान का कहना है कि किसान तो कुत्ते हैं, जहां रोटी डाल दो भौंकने लगते हैं। दरअसल, सचान ने किसानों को एक पत्रकार के साथ बातचीत के दौरान कुत्ता कहा, जिसकी पूरी रिकॉर्डिंग फोन में हो गई। जब पत्रकार ने उनके शब्दों पर आपत्ति जताई तो उन्होंने एक बार फिर कहा कि किसान तो कुत्ते होते हैं और गली गली घूमते हैं।