जानकारी के अनुसार ग्राम सोडलियाखुर्द में सीता (10 वर्ष) पिता दीतिया अपने घर के सामने पशुओं को पानी पिलाने गई थी। घर के पीछे स्थित पहाड़ी के जंगली क्षेत्र से एक जानवर उतरकर आया और बालिका को गला पकड़कर घसीटता हुआ पहाड़ी की तरफ करीब 30 मीटर दूर तक ले गया। ग्रामीणों ने बालिका को बचाने के लिए दौड़ लगाई तो वह बालिका को छोड़कर भाग गया।
ग्रामीण उक्त जानवर को तेंदुआ होना बता रहे हैं लेकिन वन-विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की कि वह तेंदुआ था या लकड़बग्घा। घटना से ग्रामीणों में दशहत है। वन-विभाग के अधिकारी शंकरसिंह मालवीय डिप्टी रेंजर नीमखेड़ा, क्षेत्र प्रभारी लक्ष्मणसिंह परमार अपनी टीम के साथ घटना के बाद से ही मौके पर मौजूद हैं। गुरुवार दोपहर में ग्रामीणों की मदद लेकर जंगली जानवर को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगा दिया गया।
रात भर नहीं सो पाए ग्रामीण : ग्रामीण ओंकार फुलगर ने बताया कि हादसे के बाद से ही रातभर हम सो नहीं पाए हैं। जंगली जानवर हमले के बाद दो बार फिर से शिकार की तलाश में पहाड़ी से नीचे उतरकर आया था। वहीं अमरसिंह मुनिया ने बताया कि जंगली जानवर दिखने में तेंदुए जैसा ही लग रहा था। रात को अंधेरा भी हो गया था। उसके साथ दो शावक भी थे।