संपादक ज्ञानरंजन सलाहकार संपादक - जितेन्द्र भाटिया, परितोष चतुर्वेदी, विनोद कुमार श्रीवास्तव, विजय कुमार
प्रकाशक - पहल 101, रामनगर, अधारताल, जबलपुर-482004 फोन - 2460393
पत्र वी.पी.भारतीय (ग्वालियर), अनिल कुमार सिन्हा (दिल्ली)
निधन सुलभा कोरे : एक आहत कवि हृदय सुखदेव सिंह : ग़ैरों की जमीन को अलविदा अनुवाद - सत्यपाल सहगल : लालसिंह दिल की कविताएँ
लोकायत गोंड और कोरकू गीत : प्रस्तुति - धर्मेंद्र पारे भर्तृहरि की कविता : अनुरचना : पंकज चतुर्वेदी
रॉटरडम कविता महोत्सव गीत चतुर्वेदी : अतीत में जाना है तो एक ट्राम पकड़ लो
सामयिक जहाँ ज्ञान हो स्वाधीन : सुदीप बैनर्जी (व्याख्यान) शिवसेना, कल आज और कल : कुमार केतकर
क़िताब भगवा एजेंडा का नया रेटरिक/माइ कंट्री माइ लाइफ कभी मिलना है हम करोड़ों को, हम करोड़ों से (विष्णु खरे) - व्योमेश शुक्ल नहीं, बराबरी की बात कभी हुई ही नहीं (असद ज़ैदी) - व्योमेश शुक्ल असद ज़ैदी की कविताएँ
पहल विशेष
उर्दू रजिस्टर/लंबी कहानी ख़ालिद जावेद : शोक गीत गाने वाला
लंबी कविता एकांत श्रीवास्वत : नागकेसर का देश यह
साक्षात्कार - बातचीत संवाद मैं ऐसी किताबें पढ़ता हूँ जिसमें वर्चस्व के नाम पर लेखकीय दखल नहीं होता विक्रम सेठ के साथ सुदीप सेन/अनुवादक - शिवदेव
सफलता ने मुझे तबाह कर दिया अरुंधति राय से शोमा चौधरी/अनु. योगेंद्र आहूजा जैसे कि यह जगह जहाँ गलियों में आप उपन्यास से टकरा सकते हैं सलमान रशदी से एलेस्टेयर निवेन / अनुवादक - ओमप्रकाश
कविताएँ कुमार अंबुज/शैलेन्द्र चौहान/प्रेमशंकर रघुवंशी प्रताप राव कदम और अनिल त्रिपाठी
आलेख चिंता और चेतना (किशोरीलाल गोस्वामी) मधुरेश : (अंतिम किश्त) विस्थापन और संस्कृति : परमानंद श्रीवास्तव (दूसरी कड़ी) उत्तर उपनिवेशवाद और प्राच्यवाद : रवि श्रीवास्तव
धारावाहिक पन्नों की फटती छाती पर (अनामिका) : जितेन्द्र श्रीवास्तव (अंतिम)
डायरी प्रभात त्रिपाठी : 12 और 13 अगस्त 07
नए कहानीकार कृष्ण मोहन : भूलता तो यह भी जा रहा हूँ कि भूलता जा रहा हूँ मैं मनीष द्विवेदी : एक प्रेम कहानी के आखिरी पन्ने